उन्नाव।विधायक व सपा नेत्री से नही है कोई रंजिश- विधायक मामले में महिला व उसके देवर के बदले बोल।
दरअसल जबसे यह प्रकरण मीडिया में आया था तबसे ही एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना ने अपनी टीम के विशेष लोगो को इस मामले की निगरानी करने में लगा दिया था।
आपको बताते चले विगत दिवस 2021 का न्यायलय का आदेश मिलने के बाद सारी स्थितियां खुद साफ हो गई। पीड़ित महिला और उसके देवर ने खुद ही बयान दिया है कि उन्होंने किसी के बहकावे में आकर विधायक पर बेबुनियाद आरोप लगा दिए थे। क्युकी पति की मौत से मेरी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी।
एसपी की टीम ने जब मामले को गंभीरता से लेकर जांच की,तो यह बात सामने आई कि जबरन,मृतक कैलाश राजपूत की परिवारीजनों पर, दबाव बनाकर,विधायक भगवंतनगर का नाम उछालकर,उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास,विरोधियों द्वारा किया जा रहा था।मृतक की पत्नी ने,जो बयान पुलिस को,दर्ज करवाए,सामने आ चुके हैं।
जांच पुलिस की मेज पर थी और यदि समर्थक निर्दोष कह रहे थे और विधायक निर्दोष साबित भी हुए।