अतिक्रमण के बाद अब उत्तर प्रदेश के योगी सरकार ने फेक राशन कार्ड धारियों के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है। फेक राशन कार्ड धारियों के लिए उत्तर प्रदेश से प्रशासन की ओर से एक गाइडलाइन जारी किया गया है।
जो लोग इन मानकों के दायरे से बाहर हैं उन्हें राशन कार्ड सरेंडर करने के लिए कहा गया है। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और दिया गया राशन भी वसूला जाएगा।
इस गाइडलाइंस के मुताबिक उत्तर प्रदेश में जिनके पास पक्का मकान, बाइक, कार, एसी हो और बिजली बिल आता है, वह राशन कार्ड को सरेंडर कर दें। इसके साथ ही राशन कार्ड उन लोगों के लिए ही मान्य होगा जिनकी आमदनी ग्रामीण क्षेत्र में 2 लाख और शहरी क्षेत्र में 3 लाक से कम होगी। मानकों के दायरे में आने वाले लोग ही राशन कार्ड के लिए मान्य है
इसी को लेकर भाजपा सांसद वरुण गांधी ने अपनी ही सरकार के ऊपर तंज कसा। एक ट्वीट के जरिए वरुण गांधी ने लिखा कि चुनाव से पहले पात्र और चुनाव के बाद अपात्र? जनसामान्य के जीवन को प्रभावित करने वाले सभी मानक अगर ‘चुनाव’ देख कर तय किए जाएँगे तो सरकारें अपनी विश्वसनीयता खो बैठेंगी। चुनाव खत्म होते ही राशनकार्ड खोने वाले करोड़ों देशवासियों की याद सरकार को अब कब आएगी? शायद अगले चुनावों में..! हालांकि, यह पहला मौका नहीं है जब वरुण गांधी ने अपनी ही सरकार को घेरा है। इससे पहले भी ऐसे कई मौके आए हैं जब वरुण गांधी प्रदेश के सरकार के साथ-साथ केंद्र की मोदी सरकार पर भी निशाना साधा है।