सचिन पाण्डेय
उन्नाव।बांगरमऊ क्षेत्र में बाढ़ से हालात लगातार बिगड़ रहे पूरे तहसील क्षेत्र में हजारों बीघा खेतो में खड़ी फसल पूरी तरह डूबकर पहले ही बर्बाद हो चुकी है अब बढ़ते जलस्तर से निचले इलाके के घरों में पानी प्रवेश करने लगा है जिससे लोग सुरक्षित स्थान की तलाश करने लगे है तथा अपनी गृहस्थी समेटकर ऊंचे के इलाके में पहुंचा रहे है। मल्हन पुरवा नया पुरवा सेतवाही,खैरूद्दीन पुर दारा पुर, मेला रामकुवर, सहित लग भग 50 गावों मे पंहुचा पानी पिछले कई दिनो से गंगा जलस्तर में बढ़ोत्तरी जारी है जिससे करेला,लौकी,खीरा,ककड़ी, तोरई,भिंडी,मक्का,धान आदि सहित अनेक प्रकार की हजारों बीघा क्षेत्रफल की फसलें डूबकर बर्बाद हो चुकी है जिससे अन्नदाता की आर्थिक रूप से पूरी तरह कमर टूट चुकी है अब बाढ़ का पानी निचले इलाके के घरों तक पहुंचने लगा है जिससे ग्रामीण अपनी गृहस्थी समेटकर ऊंचे स्थानों पर रखने के लिए विवश है।बांगरमऊ तहसील क्षेत्र के गांव नयापुरवा, धन्नापुरवा, हरिगंज, मल्लहन पुरवा, भिखार पुरवा आदि गांवों में बाढ़ के हालात सबसे ज्यादा खराब है इन गांवो का संपर्क तहसील मुख्यालय से पूरी तरह कट चुका है जिससे सभी जरूरी कार्य नावों के सहारे निपटाया जा रहा है इसी क्रम में गांव मुन्नी पुरवा, कुंशी, रतई पुरवा,गुलरिहा,मितान पुरवा,भटपुरवा,भगवंत पुरवा, गढ़ेवा, गहर पुरवा, सहरिया बंगला, चिरंजीव पुरवा, हिंदूपुर, गजियापुरवा,आदि गांवों के निचले हिस्से में पानी भरने लगा है जिससे ग्रामीण अपनी गृहस्थी समेटने में जुटे हुए है।इस बाढ़ के जलस्तर से मुख्य पक्के मार्ग ही बचे है जबकि अधिकतर गांव के गलियारे व कच्चे मार्गो पर पानी भर चुका है जिससे आवागमन की भी समस्या उत्पन्न हो गई है कटरी के उक्त सभी गांवों में लोग नाव आदि के सहारे अपने जरूरी कार्य निपटाने पर विवश है।वही
कटरी गदरपुर आहार के मजरा नयापुरवा के कुछ घर गंगा कटान से कटने वाले है जिसकी दूरी लगभग 20 मीटर बची है जोकि कुछ दिनों बाद कट जाएंगे वो लोग घर छोड़कर दूसरे जगह पलायन कर चुके हैं अब क्षेत्र की जनता दूसरे जगह पलायन करने पर विवश है।