उन्नाव। बाढ़ आपदा से बचाव व सुरक्षा हेतु राज्य स्तरीय माॅक एक्सरसाइज के सम्बन्ध में कलेक्ट्रेट स्थित पन्नालाल सभागार में जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे की अध्यक्षता में बैठक की गयी।
बैठक में डीएम द्वारा जनपद के तहसीलवार पूर्व में बाढ़ प्रभावित रहे क्षेत्रों व राहत कार्यो के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी ली गयी तथा सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये गये कि संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार आपदा राहत व बाढ़ नियंत्रण हेतु पर्याप्त इन्तेजाम सुनिश्चित करा लिए जाएं। सिंचाई विभाग कटान रोकने के लिए पर्याप्त तैयारियां कर ले ताकि बाढ़ को नियंत्रित किया जा सके। उन्होने समस्त एसडीएम व तहसीलदारों को निर्देशित करते हुए कहा कि सम्बन्धित तहसील में बाढ़ कन्ट्रोलरूम 24ग्7 स्थापित करा लिये जाएं तथा उनके हेल्पलाईन नम्बर सार्वजनिक कर दिये जाए। कन्ट्रोलरूम के माध्यम से बाढ़ संभावित गाॅवों से सतत् सम्पर्क रख बाढ़ से सम्बन्धित हालातों पर नजर रखी जाए। उन्होने कहा कि जनपद स्तर पर भी कन्ट्रोलरूम स्थापित कर उनके हेल्पलाइन नम्बरों का प्रचार-प्रसार कर दिया जाए तथा बाढ़ से प्रभावित होने वाले लोगो को तत्काल राहत उपलब्ध करायी जाए। उन्होने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि बाढ़ प्रभावित ग्रामों में गर्भवती महिलाओं, 85 वर्ष से अधिक उम्र के लोगो तथा गम्भीर बीमारियों से ग्रसित लोगो की सूची तैयार कर लें, ताकि बाढ़ के दौरान इनको तत्काल राहत व स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जा सकें। उन्होने कहा कि तहसील स्तर पर आपदा राहत से सम्बन्धित तैयारियों यथा नाविकों व गोताखोरों की सूची, राहत केन्द्रों का चिन्हीकरण, नावों की व्यवस्था, टार्च, सेफ्टी जैकेट्स, लाउडस्पीकर्स, तिरपाल आदि राहत सामग्री की व्यवस्थाएं सुनिश्चित करा ली जाएं। उन्होने विद्युत विभाग को निर्देशित करते हुए कहा कि जिन विद्यालयों/भवनों को राहत केन्द्रों के रूप में चिन्हित किया जाए, उनमे विद्युत कनेक्शन अनिवार्य रूप होना चाहिए।