सचिन पांडे
उन्नाव। गंगाघाट कोतवाली के चंपापुरवा वार्ड नौ में गुरुवार को चुनाव के दौरान एक हिस्ट्रीशीटर ने अपने दो दर्जन साथियों के साथ भाजपा महिला सभासद प्रत्याशी और समर्थकों पर हमला किया था। इसमें पुलिस ने गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मुख्य आरोपित समेत चार को 3 दिन पहले जेल भेजा था। वहीं अन्य की गिरफ्तारी न होने पर आज साथी अधिवक्ताओं ने न्यायालय परिसर के बाहर धरना देकर हंगामा किया। सीओ ने गिरफ्तार कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। चंपापुरवा उत्तरी में वार्ड नौ की भाजपा सभासद प्रत्याशी मंजरी तिवारी और इसी वार्ड से हिस्ट्रीशीटर महेश निषाद की पत्नी साधना निषाद निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में थी आप को बता दें कि बीते गुरुवार की शाम करीब सवा छह बजे पूर्व सुनियोजित तरीके से मतदान समाप्त होते ही हिस्ट्रीशीटर महेश निषाद ने अपने दो दर्जन साथियों के साथ धारदार हथियार और लाठी डंडों से हमला बोल दिया। इसमें प्रत्याशी मंजरी तिवारी को चोटें आई थीं और उनसे अभद्रता भी की गई थी। वहीं जानलेवा हमले में पत्रकार प्रमोद गौड़िया, उनके दो बेटे अधिवक्ता शुभम गौड़िया और मयंक गौड़िया भी घायल हुए थे। जिसमे 4 और भी लोग घायल हुए थे जिस संबंध में मंगलवार को उन्नाव न्यायालय परिसर के बाहर बार एसोसिएशन अध्यक्ष के नेतृत्व में सैकड़ों अधिवक्ताओं ने धरना दिया है। जिसमे पीड़ित अधिवक्ता ने कहा कि यदि आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वह आगे अपना निर्णय बदलेंगे। पुलिस पर भी कार्यवाही की मांग की। धरने की सूचना पर सीओ सिटी आशुतोष कुमार मौके पर पहुंचे और अधिवक्ताओं की बात सुन कहा कि नामित आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किये जा रहे हैं जल्द कार्यवाही होगी। जिस पर अधिवक्ताओं ने चार दिन का समय दिया है।