सचिन पाण्डेय
उन्नाव। गुरुवार को जनपद न्यायधीश/अध्यक्ष जिला विधि सेवा प्राधिकरण, उन्नाव प्रतिमा श्रीवास्तव, जिलाधिकारी अपर्णा दुबे एवं पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ शंकर मीना द्वारा जिला कारागार उन्नाव का संयुक्त निरीक्षण किया गया। जेल में निरुद्ध महिलाओं एवं पुरुष बंदियों को जेल प्रशासन द्वारा मुहैया होने वाली सुविधाओं एवं भोजन तथा साफ-सफाई की व्यवस्था पर औचक निरिक्षण किया गया। इसके अतिरिक्त जनपद न्यायधीश ने निरीक्षण के दौरान हास्पिटल, बैरक, मेस, जेल परिसर आदि की सघन चेकिंग की गई, तत्पश्चात कैदियों से वार्ता कर उनकी समस्याओं/सुविधाओं के सम्बन्ध में जानकारी ली गई। मौजूद सभी कारागार कर्मियों को सख्त हिदायत दी गई कि जेल के अंदर कोई भी प्रतिबंधित सामग्री न जाने पाये, समस्त कार्यवाहियों का निर्वहन पूर्ण/सही तरीके से करें। जेल परिसर की साफ-सफाई आदि के सम्बन्ध में कारागार कर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गये।
निरीक्षण के दौरान जनपद न्यायाधीश ने कारागार चिकित्सालय मे भर्ती कैदियों से बीमारियों के सम्बन्ध मे पूछा और उनके खान-पान एवं साफ-सफाई के की जानकारी ली। इसके पश्चात बारी-बारी से सभी बैरकों का निरीक्षण किया गया। बैरकों में बन्दियो के कार्ड पर अगली पेशी का दिनांक को चेक किया गया।कोविड-19 के विषय में विस्तार से जानकारी दी एवं मास्क लगाने,सेनेटाइजेशन व कोविड-19 गाइडलाइन पालन करने के लिए जानकारी प्रदान की एवं जेल अधीक्षक से जेल में निरुद्ध बंदियों को कोविड-19 गाइडलाइन के तहत टीकाकरण के बारे में आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया। इसके अतिरिक्त उ०प्र० राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ कि कार्ययोजना वर्ष 2022-2023 के क्रियान्वन के क्रम में कार्यालय जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, उन्नाव की जनपद न्यायाधीश अध्यक्ष/जिला जज प्रतिमा श्रीवास्तव के दिशा निर्देश में गुरुवार को अवधेश कुमार अपर जिला जज/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण उन्नाव के द्वारा सम्पन्न किया गया। उक्त कार्यक्रम में जेल अधीक्षक राम शिरोमणि यादव,डिप्टी जेलर अंजलि वर्मा, डिप्टी जेलर प्रभाकांत पाण्डेय उपस्थित रहे। सचिव द्वारा जिला कारागार उन्नाव में निरूद्ध पुरुष व महिला बन्दियों को उनके विधिक अधिकारों की जानकारी दी गई एवं जेल बन्दियों को प्रदान की जाने वाली निःशुल्क विधिक सहायताओं एवं निःशुल्क विधिक अधिवक्ता मिलने की प्रकिया से अवगत कराया गया। साथ ही जेल अपील से सम्बन्धित आवश्यक विधिक जानकारी प्रदान की। इसके अतिरिक्त निरूद्ध बन्दियों को उनके क़ानूनी अधिकारों के प्रति जागरूक किया तथा आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत- 13 मई 2023 अदालत के सम्बन्ध में जानकारी के साथ साथ निरुद्ध बंदियों से रहन-सहन, खान-पान एवं स्वास्थ्य सेवा आदि के बारे में पूछ-ताछ किया गया एवं जेल अधीक्षक द्वारा बताया गया कि जिला कारागार उन्नाव, में कुल 1438 बंदी निरुद्ध है, जिनमें से 1389 पुरुष बंदी, 49 महिला बंदी निरुद्ध हैं। सचिव महोदय द्वारा जिला कारागार में स्थित जेल चिकित्सालय का निरीक्षण भी किया गया तथा वहां उपस्थित चिकित्सक को निर्देश दिया गया कि जेल चिकित्सालय में भर्ती संक्रमित रोग से पीड़ित बंदी मरीजों को सामान्य मरीजों से अलग रखे जिससे सामान्य मरीजों को संक्रमण का खतरा ना हो। वहाँ भर्ती बंदियों के उचित उपचार एवं देख रेख हेतु जेल अधीक्षक एवं वहाँ उपस्थित चिकित्सक को निर्देशित किया गया तथा कोविड-19 से बचाव हेतु आवश्यक कार्यवाही करने हेतु कहा गया।