संवाददाता सचिन पाण्डेय
उन्नाव। शहर की यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने, सड़कों से अतिक्रमण हटाने तथा शहर वासियों को जामिंग की समस्या से निज़ात दिलाने के उद्देश्य से कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे की अध्यक्षता में आवश्यक बैठक सम्पन्न हुई।
बैठक में जिलाधिकारी ने यातायात व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा कि परिवहन, नगर पालिका एवं यातायात विभाग द्वारा उन्नाव शहर में रूट डायवर्जन हेतु सात मार्ग चिन्हित किये गये है, जिनमें से पाॅच क्रियाशील है एवं दो मार्गो को जल्द ही क्रियाशील बनाया जायेगा ताकि शहर के मुख्य मार्ग पर परिवहन का दबाव कम हो सके और लोगों को जामिंग की समस्या से निज़ात मिले। उन्होने नगर पालिका को निर्देशित करते हुए कहा कि छोटे चैराहे से कब्बा खेड़ा तिराहे तक तथा कब्बाखेड़ा से रऊ अड्डा तक के मार्ग को संचालित कराया जाए। उन्होने कहा है कि शहर के मार्गो के किनारे की जगह को चिन्हित कर अभियान चलाकर अतिक्रमण मुक्त कराया जाए। उन्होने कहा कि चिन्हित किये गये सातों मार्गो पर स्टैण्डिग प्वाइंट्स भी निश्चित कर लिये जाए तथा निर्धारित स्थल पर ही वाहनों को खड़ा किया जाए। उन्होने निर्देश दिया है कि ई-रिक्शा व अन्य छोटे वाहनों के संचालन का लाइसेंस निर्धारित मार्ग के अनुसार ही दिया जाए। उन्होने कहा है कि कानपुर से उन्नाव तक चलने वाली इलेक्ट्रिक बसों एवं शहर के अन्दर आने वाले ई-रिक्शों का संचालन गाॅधी तिराहे से हटाकर नहर स्थित शेखपुर तिराहे से कराना सुनिश्चित कराया जाए।
बैठक में अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) विकास कुमार सिंह, नगर मजिस्ट्रेट विजेता, उप जिलाधिकारी सदर नूपुर गोयल, डिप्टी कलेक्टर देवेन्द्र सिंह, सीओ सदर आशुतोष कुमार, एआरटीओ प्रशासन आदित्य त्रिपाठी, एआरटीओं प्रवर्तन अरविन्द कुमार सिंह प्रथम एवं प्रतिभा सिंह द्वितीय, एआरएम जीसी वर्मा, अधिशासी अधिकारी आत्मा स्वरूप श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।