प्रयागराज । सूत्रों के मुताबिक यह पूरा मामला पूर्व छात्रनेता व कांग्रेस के प्रदेश सचिव विवेकानंद पाठक से अभद्रता से शुरू हुआ। सूत्रों के मुताबिक वह यूनियन हॉल के पास स्थित एसबीआई शाखा में जा रहे थे। आरोप है कि सुरक्षा गार्डों ने उन्हें भीतर जाने से रोक दिया। इसी को लेकर कुछ नोकझोक हुई लेकिन एक असिस्टेंट प्रोफेसर के बीचबचाव करने पर मामला शांत हो गया और प्रदेश सचिव विवेकानंद भीतर चले गए।
आरोप है कि उसी समय कुछ देर बाद बड़ी संख्या में गार्ड डंडे व लोहे की रॉड व असलहों से लैस होकर आए और निहत्थे छात्रों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटना शुरू कर दिया। और यह भी आरोप है कि विरोध पर फायरिंग भी की गई। सुरक्षा गार्डों की पिटाई में छात्रनेता विवेकानंद पाठक का सिर फूट गया।
यह सब जानकारी होते ही बड़ी संख्या में छात्र जुट गए और उन्होंने पथराव करते हुए गार्डों को खदेड़ लिया। पथराव करते हुए आगे बढ़े छात्रों ने परीक्षा नियंत्रक, रजिस्ट्रार समेत कई कार्यालयों के दरवाजे-खिड़कियां तोड़ दिए।
वही कहा जा रहा है कि कई बाइक फुक दी गई और कई कारों में तोडफोड की गई कैन्टीन और जनरेटर में भी आग लगा दी गई ।
वही सूचना पाते ही कमिश्नर रमित शर्मा, एडिशनल कमिश्नर आकाश कुलहरि, डीएम संजय खत्री डेढ़ दर्जन थानों की फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे और किसी तरह स्थिति नियंत्रित की।
पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा का कहना है कि स्थिति को नियत्रण कर लिया गया और छात्रों को समझा दिया गया है साथ ही साथ उन्हें आश्वासन दिया गया है कि निष्पक्ष कार्रवाई होगी। सीसीटीवी व वीडियो फुटेज खंगाले जा रहे हैं और साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई होगी।
वही एमए के छात्र अभिषेक यादव का आरोप है कि वह फायरिंग में छर्रे लगने से घायल हुआ है।
इसके अलावा हरेंद्र यादव, मंजीत पटेल, अजीत यादव, आदर्श भदौरिया, मुबस्सिर हारून, मसूद अंसारी, आकाश रावत व रविशंकर भी जख्मी हुए हैं।
यह सब के चलते इविवि प्रशासन ने 20 दिसंबर को विवि पूरी तरह से बंद रखने का निर्णय लिया है।