संवाददाता इरफान कुरेशी
राजधानी लखनऊ स्थित अमीनाबाद के रहने वाले 5 वर्षीय मुस्तफा इसरार पुत्र इसरार ने कमसिनी में क़ुरआन पाक मुकम्मल कर अपने माता पिता का ही नहीं आस पड़ोस के लोगों का नाम भी रौशन फ़ख्र से सर को ऊंचा किया।
मालूम हो कि 5 वर्षीय मुस्तफा इसरार पुत्र इसरार अमीबाद के रहने वाले है जिन्होंने 5 साल की छोटी सी उम्र में कुरान पाक का नाज़रा मुकम्मल किया है,
वही मुस्तफा का कहना है कि मेरे मां और मेरे पिता ने मेरा बहुत ही साथ दिया जिसकी वजह से मैं इस उम्र में यह इल्म हासिल कर सका इसके पीछे जितना मेरी माँ का हाथ है उतना मेरे अब्बू जान की मेहनत, तभी हम कुरान पाक को मुकम्मल कर सके जो कि मोहम्मद सलo पर नाज़िल हुई आज क़ुरआन की तालीम पूर्ण कर मै खुद में फखर महसूस कर रहा हूँ,बहुत अच्छा महसूस हो रहा है।
कुरान मुकम्मल करने में मैं आपने मां और पिता और उस्ताद का शुक्रिया अदा करता हु।मुस्तफा बड़े हो कर डाक्टर बनना चाहते है और देश और समाज को सेवा करना चाहते है।