अभिषेक दुबे
लखनऊ/मोहनलालगंज।पिछले कई महीनों पूर्व मोहनलालगंज तहसील का गढ़ी गाँव सुर्खियों में रहा, वजह थी गाँव में भगवान शिव की मूर्ति पर दूर दूर से आने वाले लोगों का ताँता लगना। पूजा स्थल ऐतिहासिक भी था और आसपास के सभी गाँव वासियों की श्रद्धा का प्रतीक भी। आननफ़ानन सभी गाँव वासियों ने मूर्ति स्थल पर मंदिर निर्माण हेतु चंदा इकट्ठा करना शुरू किया और यथाशक्ति दान किया। कुछ ही समय में सिद्धेश्वर नागराज मन्दिर निर्माण के लिए ट्रस्ट का गठन कर दिया जिसकी अध्यक्षता गाँव के साहबदीन ने ली परन्तु वर्ष भर बीत जाने के बाद भी मन्दिर निर्माण का काम अपेक्षित गति नहीं पकड़ पाया कारण था मन्दिर के धन निर्माण कार्य मे उपयोग ना हो पाना। इसकी कोई आडिट भी नहीं की गयी। बीच बीच में ग्राम वासियों ने अनेक प्रार्थना पत्र प्रशासन को दिए पर ट्रस्ट में दबंगों के दख़ल और नियंत्रण के चलते कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई। बीच बीच में यह भी सुनने को मिलता रहा की मंदिर स्थल की ज़मीन पिछले तीस सालों मे ग़लत तरीक़े से कई बार रजिस्ट्री कराई गई, जिसकी कभी कोई जाँच नहीं हुई। ग्राम वासी अभी भी इस आशा में हैं कि मन्दिर निर्माण पूर्ण ना होने और लाखों रुपए के ट्रस्ट के चन्दे का दुरुपयोग होने की उच्च स्तरीय जाँच होगी और दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी। पर कोई पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी इस प्रकरण पर जागता नहीं दिखता है।