ऋषभ तिवारी
लखनऊ।प्रदेश समेत राजधानी लखनऊ को जाम की गिरफ्त से छुड़ाने की दिशा में तैयारी तेज कर दी गई है। ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की संख्या ऐसे स्थानों पर बढ़ाई जायेगी जहां अक्सर जाम लगता है। साथ ही ऐसे स्थानों से ट्रैफिक कर्मचारियों की संख्या कम की जायेगी जहां जाम की स्थिति नहीं बनती है।
ट्रैफिक सुधार के बावत उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने बुधवार को यातायात विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानपुर, प्रयागराज, लखनऊ, बाराबंकी, अयोध्या, वाराणसी, नोयडा समेत अन्य जिलों में जाम की स्थिति से निपटने का खाका तैयार किया जा रहा है। ट्रैफिक व्यवस्था को मजबूत किया जायेगा। इसके लिए ट्रैफिक पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की एक कमेटी बनाई जाये। कमेटी बताएगी कि ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की संख्या कहाँ पर अधिक और कहां कम? साथ ही गैरजरूरी ट्रैफिक सर्किल हटाये जाये। हां यातायात कर्मचारी नियमित अपने सर्किल में गश्त करेंगे। ताकि जाम की स्थिति से फौरन निपटा जा सके।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि किस चौराहे पर ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की कितनी आवश्यकता है? इसे लेकर नये सिरे से सूची बनवाई जाये। ऐसे स्थान भी चिन्हित किये जाये जहां जाम कम लगता है। प्रत्येक सर्किल को लेकर ट्रैफिक कर्मचारियों की सूची पुलिस मुख्यालय भेजी जाये। इस बदलाव से ट्रैफिक व्यवस्था मजबूत होगी। जाम की स्थितियां कम होंगी।
आइन बिन्दुओं पर रखें ध्यान
-बड़े स्कूल खुलने व छूटने के समय यातायात कर्मी अधिक मुस्तैद रहें
-हादसों में कमी लाने के लिए स्पीड ब्रेकर बनाये जाये
-ऑटोमैटिक चालान वाले स्थानों पर कम पुलिसकर्मी तैनात हो
-ट्रैफिक लाइटें हर हाल में काम करें
-तेज रफ्तार वाहनों पर शिकंजा कसें
-नियमों की अनदेखी करने वालों पर कार्रवाई करें।