संवाददाता सचिन पाण्डेय
उन्नाव।प्रभारी जिलाधिकारी नरेन्द्र सिंह कि अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट स्थित पन्नालाल सभागार में जिला उद्योग बन्धु की मासिक समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई।
बैठक में आईआईए अध्यक्ष द्वारा औद्योगिक क्षेत्रों में साफ सफाई, जल भराव, गढ्डायुक्त सड़के, स्ट्रीट लाईटों के सुचारू रूप से कार्य न करने, जर्जर विद्युत लाईनें आदि के सम्बन्ध में शिकायतें रखी गयी। प्रस्तुत शिकायतों का संज्ञान लेते हुए प्रभारी जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि शिकायतों का जल्द से जल्द निस्तारण किया जाये। उन्होने उपायुक्त उद्योग को निर्देश दिये कि निवेश मित्र योजना/सिंगल विंडो सिस्टम के अन्तर्गत समस्त प्रकार की अनापत्तियों/स्वीकृतियों का ससमय निस्तारण करे। इस मौके पर उन्होने विभागीय योजनाओं तथा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना एवं ओडीओपी मार्जिन मनी आदि की समीक्षा की साथ ही अग्रणी जिला प्रबन्धक को निर्देश दिये कि ऋण के लिए जो भी आवेदन पत्र लम्बित है, उनको जल्द से जल्द ऋण उपलब्ध कराया जाये।
श्रमिकों का श्रम विभाग में पंजीकरण होना जरूरी-
प्रभारी जिलाधिकारी ने जिले के उद्योग बन्धुओं को सूचित करते हुए कहा कि जिले मे स्थापित लगभग 600 उद्योगों मे एक लाख से अधिक श्रमिक कार्य करते है, जिनमें से मात्र 18000 श्रमिक कर्मचारी ईएसआई में पंजीकृत है। सरकार द्वारा श्रमिकों के कल्याणार्थ कई तरह की योजनाएं चलायी जा रही है। शत प्रतिशत श्रमिकों का श्रम विभाग में पंजीकरण न होने की वजह से उन्हे कल्याणकारी योजनाओं का लाभ नही मिल पाता है। इसलिए यह जरूरी है कि उद्योग क्षेत्रों में काम करने वाले सभी श्रमिको का पंजीकरण कराया जाये। उन्होने श्रम विभाग को निर्देशित किया कि शत प्रतिशत श्रमिकों का ई-श्रम कार्ड बनवाना सुनिश्चित करे।
बैठक में आईआईए अरूण कुमार महेश्वरी, अपर पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह, नगर मजिस्ट्रेट विजेता, उप जिलाधिकारी सदर नूपुर गोयल, प्रभारी उपायुक्त उद्योग रियाजुद्दीन सहित समस्त उद्यमी गण उपस्थित रहे।