रायबरेली 06 अक्टूबर, 2022 । जिलाधिकारी श्रीमती माला श्रीवास्तव की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट स्थित बचत भवन सभागार में जिला वृक्षारोपण, पर्यावरण एवं जिला गंगा समिति बैठक की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने डीएफओ से वृक्षारोपण के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी ली। जिलाधिकारी ने समस्त विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि आवंटित लक्ष्य के अनुसार रोपित किये गये पौधों की जीवितता प्रतिशत प्रत्येक माह की 30 तारीख तक उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि विभागों द्वारा पौधों का रोपण कार्य कराया गया है लेकिन कुछ विभागों द्वारा रोपित किए गए पौधों की जियो टैगिंग शत-प्रतिशत नहीं की गई है उसे तत्काल जियो टैगिंग कराने के निर्देश दिये।
इसी दौरान जिलाधिकारी श्रीमती माला श्रीवास्तव ने जिला पर्यावरण समिति की बैठक कर सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि समस्त नगर पंचायतों एवं नगर पालिका परिषद के सभी वार्डो में घरो से निकलने वाले आपशिष्ट (गीला एवं सूखा कचरा) का पृथक्करण हेतु एवं जनपद में ई-वेस्ट की स्थिति एवं उसके प्रबन्धन हेतु उचित कार्यवाही की जाए। जिलाधिकारी ने जिला गंगा समिति को निर्देश दिये कि स्वच्छता की सेवा अभियान के तहत गंगा के किनारे स्थित ग्रामों में जैविक कृषि पद्धति तथा जल सचयन से सम्बन्धित सिंचाई पद्धातियों को बढ़ावा देने के लिए उप निदेशक कृषि को निर्देश दिये। उन्होंने नगर पंचायत/जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिये कि कूड़ा व प्लास्टिक गंगा में प्रवाहित न हो, इस हेतु आवश्यक व्यवस्थाये सुनिश्चित की जाए तथाा नालों व नदी में कूडा न डाला जाए इसके लिए व्यापक रूप से जन जागरूकता कार्यक्रम व प्रवर्तन का कार्य कराना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने कहा कि खाली जमीनों एवं निजी जमीनों पर अधिक से अधिक वृक्ष लगायें तथा आने वाली पीढ़ी को एक प्रदूषण मुक्त और बेहतर वातारण उपलब्ध कराने में अपनी भागीदारी निभायें। प्रत्येक व्यक्ति को कम से कम एक वक्ष अवश्य लगाना चाहिए। सहजन, आम, अशोक, मोलश्री आदि फलदार छायादार जैसे जल्द तैयार होने वाले पौधों के रोपण पर भी विशेष ध्यान दिया जाये।
इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती पूजा यादव, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अंकिता जैन, डीएफओ सुरेश चन्द्र पाण्डेय, जिला संख्याधिकारी सहित विभिन्न विभागों के अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।