
लखनऊ। वाराणसी जनपद में उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री, मत्स्य पालन विभाग एवं निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय कुमार निषाद का दौरा सम्पन्न हुआ। मंत्री दोपहर में वाराणसी सर्किट हाउस पहुँचे, तत्पश्चात उन्होंने नगरीनाटक मंडली न्यास, कबीर रोड पर आयोजित “मत्स्यपालक मेला एवं जातीय जनगणना विषयक गोष्ठी” में प्रतिभाग किया।
योजनाओं की जानकारी और लाभार्थियों से संवाद
गोष्ठी में मंत्री ने मत्स्य पालन विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी, जिनमें विशेष रूप से निम्नलिखित बिंदुओं पर चर्चा की गई।
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY)
• आइस बॉक्स, फिश वैन, कोल्ड स्टोरेज, तालाब निर्माण आदि पर अनुदान
• SC/ST/Women लाभार्थियों को 60% तक सब्सिडी
• मत्स्य परिवहन के लिए विशेष वाहन सहायता
मुख्यमंत्री मत्स्य योजना (MMSY)
• बीज, फीड, उपकरणों पर 40–60% अनुदान
• ₹5 लाख तक का दुर्घटना बीमा
• प्रशिक्षण कार्यक्रम और रोजगार सृजन
• किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) के अंतर्गत ऋण सुविधा
• निषाद राज बोट योजना के तहत नाव की उपलब्धता
• मत्स्य पालकों के डिजिटल पंजीकरण एवं ट्रैकिंग प्रणाली
मंत्री ने कहा कि “योजनाओं का उद्देश्य केवल आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि मछुआ समाज को आत्मनिर्भर बनाना है।”
अधिकारों की लड़ाई
गोष्ठी में मंत्री ने जातीय जनगणना पर स्पष्ट रूप से कहा कि:
“जातीय जनगणना केवल आंकड़े नहीं, बल्कि संवैधानिक अधिकारों की पहचान है। मझवार, तुरैहा, बिंद, निषाद, केवट, धीवर, कश्यप आदि उपजातियों को SC श्रेणी में शामिल करने के लिए सरकार पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है।” उन्होंने 1961 की जनगणना रिपोर्ट, 2016 की अधिसूचना और उत्तराखंड मॉडल का हवाला देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में भी इन्हें SC प्रमाण पत्र जारी किया जाना चाहिए ताकि योजनाओं में इनकी सार्थक भागीदारी सुनिश्चित हो सके।
वाराणसी में 3:30 बजे हुई प्रेस वार्ता में डॉ. निषाद ने पंचायत चुनावों को लेकर पार्टी की रणनीति स्पष्ट करते हुए कहा: “निषाद पार्टी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 में निषाद बाहुल्य क्षेत्रों में अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। ज़िला पंचायत सदस्य और बीडीसी पदों के लिए पार्टी स्वतंत्र रूप से उम्मीदवार उतारेगी। चुनाव परिणामों के बाद अध्यक्ष व ब्लॉक प्रमुख पद के लिए गठबंधन सहयोगी भाजपा को समर्थन दिया जाएगा।” उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं के वर्षों के संघर्ष और नेतृत्व की आकांक्षाओं को सम्मान देना पार्टी की प्राथमिकता है। गठबंधन बना रहेगा, लेकिन कार्यकर्ताओं के हक और स्वाभिमान से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
डॉ. निषाद ने कहा: “हमारी पार्टी का उद्देश्य किसी दल की आलोचना करना नहीं, बल्कि अपने समाज की आवाज़ बनना है। निषाद पार्टी की रगों में 101% मछुआ समाज का खून बहता है, और हम समाज की उम्मीदों को कभी टूटने नहीं देंगे। हमारी विचारधारा गाँव से निकलकर राजधानी तक पहुँचेगी।
कार्यक्रम के अंत में मंत्री ने काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन कर प्रदेश और समाज की समृद्धि की कामना की। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यह दौरा केवल प्रशासनिक नहीं, बल्कि समाज के अधिकारों की पुनर्प्राप्ति की दिशा में एक मजबूत कदम है।