कानपुर।यूपी में कानपुर कमिश्नर की काम चलाऊ व्यवस्था के चलते CM की रैकिंग रिपोर्ट में मंडल काफ़ी पिछड़ गया हैं 9 महीने से कानपुर मंडल को परमानेंट कमिश्नर अब तक नहीं मिला है जिसके चलते कानपुर कमिश्नरेट में आने वाले 6 जिले की जनता की शिकायततो के निस्तारण की निगरानी ठीक से नहीं हो पा रही है वही ब्यूरोकेसी में कई IAS अफसर कानपुर का कमिश्नर बनने के लिए बेताब है।
कानपुर मंडल में कुल 6 जिले आते हैं जिसमें कानपुर नगर कानपुर देहात इटावा औरैया कन्नौज फर्रुखाबाद शामिल है, मौजूदा वक्त में अतिरिक्त कमिश्नर का चार्ज देख रहे IAS K. Vijayendra पंडियन साहब के पास काम का बोझ ज्यादा हैं।