
लखनऊ: 14 मई, 2025
कृषि भवन, लखनऊ के सभाकक्ष में मा0 कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही की अध्यक्षता में कृषि विभाग द्वारा संचालित राज्य योजनाओं/कार्यक्रमों (बजट उपभोग) के संबंध में समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
समीक्षा बैठक के दौरान मंत्री के द्वारा खरीफ-25 में धान, मक्का, ज्वार, बाजरा, उर्द, मूंग, अरहर, तिल, सोयाबीन, मूंगफली, कोंदो, सांवा एवं मडुआ (रागी) के 12.45 लाख कुंतल प्रमाणित बीजों का वितरण, नवीन उन्नतशील प्रजातियों की भारत सरकार के अभिजनक बीज 323 कुंतल की मांग, खरीफ-25 में 655386 बीज मिनीकिट के वितरण का लक्ष्य एवं पूर्ति, वर्ष 2025-26 में एग्रीजंक्शन का 766 का लक्ष्य एवं प्रगति, रिक्त पड़ी भूमि पर 57252 एकड़ की त्वरित मक्का विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत मक्का का प्रदर्शन की प्रगति, बुन्देलखण्ड गौ आधारित प्राकृतिक खेती योजना के अन्तर्गत 23500 है0 में प्राकृतिक खेती की प्रगति, मृदा में पोषक तत्वों की उपलब्धता बढ़ाने एवं मृदा की स्वास्थ्य सुधार के उद्देश्य से 14.50 लाख जैव उर्वरक की योजना की प्रगति, मृदा में सल्फर की मात्रा बढ़ाने तथा क्षारीय एवं लवणीय मृदा के सुधार को प्रोत्साहन हेतु 75 प्रतिशत अनुदान पर 68 जनपदों में जिप्सम की उपलब्धता सुनिश्चित कराने हेतु 15 करोड़ की कार्ययोजना की प्रगति इत्यादि कार्यक्रमों की समीक्षा की गई। इस पर संबंधित योजनाधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि जिप्सम की लगभग 3000 मै0टन की आपूर्ति 21 जनपदों में कराई जा चुकी है।
इसके अतिरिक्त बीहड़/बंजर सुधार के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2025-26 में 10781 लाख रू0 से 35600 है0 भूमि का उपचार कराने का कार्यक्रम प्रस्तावित है जिसके संबंध में संबंधित योजनाधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि कार्य स्थल के चयन की कार्यवाही क्रमिक है एवं कार्य को ससमय पूरा करा लिया जायेगा। कृषि सूचना तंत्र के सुदृढ़ीकरण एवं कृषक जागरूकता कार्यक्रम के अन्तर्गत इलैक्ट्रªनिक एवं प्रिन्ट मीडिया के माध्यम से कृषि विभाग की योजनाओं एवं कार्यक्रमों के प्रचार प्रसार हेतु आकाशवाणी/निजी रेडियो चैनल, दूरदर्शन कार्यक्रम, सोशल मीडिया एवं मेलों/गोष्ठी/किसान सेवारथ के माध्यम से कृषि की नवीन तकनीकी एवं कृषि उत्थान हेतु चलाए जा रहे कार्यक्रमों के प्रचार प्रसार अधिक से अधिक करने हेतु मा0 मंत्री जी द्वारा प्रचार हेतु बने कार्यक्रम की समीक्षा की गई तथा इसे आम किसानों तक अधिक से अधिक किसानों तक बढ़ाने के निर्देश दिए गए जिससे कृषक बन्धु नवीन तकनीकी एवं योजनाओं से अधिकतम लाभ उठाकर अपनी कृषि उत्पादकता में वृद्धि कर सकें।
बैठक के अन्त में कृषि मंत्री द्वारा सभी योजनाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वर्ष 2025-26 के लक्ष्य की प्रगति हेतु सामयिक समीक्षा करते रहें एवं प्रमुख सचिव, (कृषि) के द्वारा सभी योजनाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि योजना के प्रदर्शन में लाभार्थियों का चयन योजना में प्राविधानित निर्देशों के अनुसार करें एवं लाभार्थियों को कृषि निवेश यथा-बीज, जैव उर्वरक, जिप्सम इत्यादि की उपलब्धता समय से सुनिश्चित करायें तथा प्रदर्शन स्थापित कराने के पश्चात संबंधित प्रदर्शन की बोर्ड अवश्य लगी होनी चाहिए एवं इसका निरीक्षण भी संबंधित अधिकारी द्वारा सामयिक रूप से होना चाहिए।
बैठक में प्रमुख सचिव, (कृषि) रविन्द्र, विशेष सचिव (कृषि) टी0 के0 शिबु, प्रबन्ध निदेशक, उ0प्र0 बीज विकास निगम, डा0 पंकज त्रिपाठी, निदेशक, उ0प्र0 बीज प्रमाणीकरण संस्था एवं अन्य कृषि विभाग के सभी योजनाधिकारी उपस्थित रहे।