
ब्यूरो ऋषभ तिवारी
उन्नाव। आसीवन थाना क्षेत्र के अंतर्गत उन्नाव-सण्डीला व लखनऊ-बांगरमऊ मार्ग पर आटो रिक्शा चालकों द्वारा चंद पैसों के खातिर लोगों की जिंदगी जोखिम में डालकर फर्राटा भर रहें हैं। बुधवार को जनपद हरदोई के थाना बिलग्राम के माधौगंज मार्ग पर स्थित गांव हीरा रोशनपुर के समीप आटो रिक्शा जिसमें कुल 15 लोग सवार थे जो कि तेज रफ्तार के कारण अनियंत्रित होकर पलट गया पीछे से आ रही डीसीएम ने यात्रियों को रौंद दिया था जिसमें कुल 11 लोगों की मौत हो गई जबकि चालक सहित चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं जो अभी भी जिन्दगी की जंग लड़ रहे हैं। हादसे ने पूरे जनपद ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। इस घटना को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान में लेकर मृतकों के लिए दुखद संवेदना प्रकट करते हुए घायलों को समुचित उपचार कराने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। वहीं दूसरी ओर सवाल यह उठता है कि जिस आटो रिक्शा में चार सवारियों को
बृहस्पतिवार को उन्नाव जनपद के आसीवन थाना क्षेत्र के बड़ा चौराहा मियागंज से सण्डीला के लिए आटो रिक्शा चालकों द्वारा आटो रिक्शा में चंद पैसों के लालच में चार
मियागंज चौराहा पर आटो रिक्शा में एक दर्जन सवारियों को ले जाता आटो रिक्शा
बैठाने के लिए सीट आरक्षित की गई हैं उस आटो रिक्शा में 15 सवारियां कैसे बैठी क्या एआरटीओ व विभाग के जिम्मेदार किसी अधि कारियों को दिखाई नहीं देता या फिर अवैध अड्डा वसूली करने वाले लोगों की जिंदगी से खिलवाड करने का ठेका उठा रक्खा है। वहीं सवारियों की जगह 10 से 12 सवारियां ठूंस ठूंस कर लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं क्या शासन प्रशासन इसी तरह आंखें बंद कर लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ होता देखता रहेगा या फिर अधिकारी आटो रिक्शा चालकों के खिलाफ कोई कार्यवाही करेंगे।