संवाददाता देवेंद्र तिवारी
उन्नाव।। अपराध की घटनाओं पर नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था को सख्त करने के लिए उन्नाव एसपी दीपक भूकर ने एक नई पहल शुरू की है। इस पहल के तहत, हाईवे पर होने वाले अपराधों, जैसे जाम, लूट, चोरी आदि को रोकने के लिए पुलिस ने “गरुण वाहिनी” नामक विशेष वाहन की शुरुआत की है। यह वाहिनी विशेष रूप से बाइकर्स द्वारा संचालित की जाएगी, जो हाईवे और अन्य प्रमुख इलाकों में गश्त करेंगे। बता दे कि एसपी दीपक भूकर ने पुलिस कार्यालय से “गरुण वाहिनी” को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर ASP अखिलेश सिंह, सीओ सिटी सोनम सिंह, और CO मधुपनाथ मिश्रा भी मौजूद रहे। एसपी का कहना था कि यह पहल अपराधों पर नियंत्रण पाने और नागरिकों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की गई है। विशेष बाइकर्स की तैनाती “गरुण वाहिनी” का संचालन मुख्य रूप से बाइकर्स द्वारा किया जाएगा। हर बाइक पर दो पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे, जो क्षेत्र में भ्रमण करेंगे और अपराधों की रोकथाम के लिए सक्रिय रहेंगे। बाइकर्स विशेष रूप से सुबह और शाम के समय वॉक करने वाले लोगों की सुरक्षा का ध्यान रखेंगे। इसके अलावा, हाईवे पर किसी भी आपात स्थिति, जैसे जाम, लूट, या चोरी की घटना होने पर, इन बाइकर्स की टीम तुरंत मौके पर पहुंच कर आवश्यक कार्रवाई करेगी। पहले शहर के आस पास थानों को दी गयी जिम्मेदारी उन्नाव के विभिन्न थाना क्षेत्रों जैसे शहर कोतवाली, गंगाघाट, अचलगंज और दही क्षेत्र में इन बाइकर्स की तैनाती की जाएगी। इन क्षेत्रों में आमतौर पर अपराधों के मामले अधिक होते हैं, इसलिए यहां विशेष सुरक्षा व्यवस्था का ध्यान रखा जाएगा। एसपी की नई पहल-
एसपी दीपक भूकर ने इस पहल के बारे में बताते हुए कहा कि जिले में अपराधों को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन ने यह कदम उठाया है। उनका उद्देश्य है कि नागरिकों को सुरक्षित माहौल मिले और वे बिना किसी डर के अपने दैनिक कार्यों को अंजाम दे सकें। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की पहल से पुलिस और जनता के बीच विश्वास मजबूत होगा और सुरक्षा के प्रति लोगों का भरोसा भी बढ़ेगा।
एसपी ने यह भी कहा कि हाईवे पर हो रही घटनाओं के साथ-साथ अन्य आपराधिक गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। बाइकर्स की टीम, जो खासतौर पर प्रशिक्षित है, इन अपराधों को रोकने के लिए सतर्कता से काम करेगी। शहरवासियों के लिए राहत-
उन्नाव में इस नई पहल से नागरिकों में सुरक्षा को लेकर आश्वस्ति महसूस हो रही है। विशेष रूप से महिलाएं और वरिष्ठ नागरिक, जो आमतौर पर सुरक्षा को लेकर चिंतित रहते हैं, अब थोड़ा सुरक्षित महसूस करेंगे। यह व्यवस्था उन लोगों के लिए भी कारगर साबित होगी जो सुबह या शाम को वॉक पर निकलते