उदयपुर में दर्जी की गला रेतकर हत्या करने के बाद पूरे प्रदेश में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। साथ ही सभी जिलों में धारा 144 भी लागू कर दी गई है। जिले के साथ थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू भी लगाया गया है।
कन्हैयालाल दर्जी की दुकान चलाता है। मंगलवार दोपहर करीब 3.30 बजे अंजाम दिया गया था। वह अपने साथियों के साथ दुकान पर काम कर रहा था। इस दौरान बाइक पर आए दो मुस्लिम युवक उसे कपड़े का नाप देने लगे। उसके बाद अचानक हथियार से हमला कर दिया। करीब सात वार करने के बाद उसकी मौत हो गई। हमले के दौरान बीच-बचाव करने आया उसका साथी ईश्वर सिंह भी गंभीर रूप से घायल हो गया है। उसे इलाज के लिए शहर के एमबी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हत्या के कुछ देर बाद हिंदू संगठनों ने इलाके में विरोध शुरू कर दिया। इसके बाद शहर में इंटरनेट बंद किया गया फिर सात थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया।
फिर पूरे राजस्थान में कर्फ्यू और धारा 144 लागू कर दी गई। वहीं देर शाम पुलिस ने राजसमंद जिले से दोनों हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया। राजस्थान सरकार ने मृतक के परिजनों को 31 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। साथ ही मृतक के परिवार के 2 सदस्यों को संविदा नौकरी देने का भी एलान किया है। बता दें कि नुपुर शर्मा के समर्थन में एक पोस्ट शेयर करने को लेकर युवक की हत्या की गई है। हालांकि यह पोस्ट मृतक कन्हैलाल ने नहीं उसके आठ साल के बेटे ने शेयर किया था।
नुपुर समर्थक दर्जी की हत्या की जांच के लिए राज्य सरकार ने एसआईटी का गठन करवाया है। वहीं मृतक के परिजनों ने हत्या के बाद कुछ मांगें रखी थीं। जिसपर सहमति बनने के बाद कन्हैयालाल का शव मॉर्च्युरी में रखवाया गया।
सूत्रों से ज्ञात हुआ है मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि दोनों आरोपी मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद ‘दावत-ए-इस्लामी’ नाम के संगठन से जुड़े हुए हैं।