कहते हैं जहां बचपन प्रतिष्ठानों के बीच काम करते बीते ऐसे मासूम बच्चे की मनोदशा क्या होगी समझने की जरूरत है ऐसे ही बच्चों को समाज का प्रतिष्ठित हिस्सा बनाने के लिए राज्य बाल संरक्षण आयोग उत्तर प्रदेश की माननीय सदस्य डॉक्टर सुचिता चतुर्वेदी जी ने विचार किया और उनके निर्देश अनुसार बाल श्रमिक बच्चों को प्रतिष्ठानों से हटाकर उन्हें शिक्षा से जोड़ा जाए इसलिए एक संयुक्त टीम बनाई इस टीम में श्रम विभाग एएचटीयू सिटी चाइल्डलाइन स्वयंसेवी संस्था बचपन बचाओ एवं मन फाउंडेशन संस्था के अथक प्रयासों से आज 28 जून 2022 को पराग चौराहा पर रेस्क्यू अभियान चलाकर 8 बच्चों को बालश्रम से मुक्त कराया सभी बच्चों को बाल कल्याण समिति लखनऊ के समक्ष प्रस्तुत करते हुए राजकीय बाल गृह बालक मोहन रोड में अस्थाई आश्रय दिलाया गया है संस्था में बच्चों की काउंसलिंग की जाएगी मेडिकल की प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी परिवार को भी बुलाया गया है
रेस्क्यू करने वाली संयुक्त टीम समाज के सभी लोगों से यह अपील करती है कि अपने आसपास बालश्रम ना होने दें अगर कोई भी बाल श्रमिक दिखता है तो 1098 पर भी सूचना देकर आप एक बच्चे के बचपन को बचा सकते हैं
इस टीम में श्रम विभाग से राजेश सिंह मनोज यादव , पवन एएचटीयू से अजय मिश्रा चाइल्ड लाइन से बृजेश सिंह बृजेंद्र शर्मा बचपन बचाओ आंदोलन से सूर्या जी एवं स्वयंसेवी संस्था मन फाउंडेशन से सुधारानी बृजेश द्विवेदी उपस्थित रहे