लखनऊ।प्रयागराज से अयोध्या राम मंदिर दर्शन करने जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए अच्छी खबर है। दोनों जिलों के बीच अब एक्सप्रेसवे बनने जा रहा है। एक्सप्रेसवे बनने से बीच में पड़ने वाले जिलों प्रतापगढ़ और सुल्तानपुर के लोगों को भी फायदा होगा। प्रतापगढ़ के गोंड़े गांव से अयोध्या के परिक्रमा स्थल भरत कुंड के पास तक 90 किलोमीटर तक इस सड़क का निर्माण होगा। सइ परियोजना पर करीब 5 हजार करोड़ रुपये का खर्च आएगा। एक्सप्रेसवे की चौड़ाई 38 मीटर निर्धारित की गई है। दो फेज में तीन साल के भीतर इसका निर्माण पूरा करना प्रस्तावित है।
राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग पहले प्रयागराज-अयोध्या हाइवे को फोरलेन बनाना चाहता था पर इसमें बाधा आ रही थी। दरअसल इसमें छोटे और ग्रामीण इलाके के वाहनों की आवाजाही से दिक्कत पैदा हो रही थी। इसे देखते हुए विभाग ने हाइवे के बाएं तरफ से नए सिरे से भूमि अधिग्रहण कर एक्सप्रेसवे निर्माण कराने की योजना बनाई है। इसका डीपीआर बनाने की जिम्मेदारी टीएएएसपीएल दिल्ली को दी गई है। दो फेज में इसका निर्माण होगा। पहले पेज में भरतकुंड परिक्रमा मार्ग से कटका तक 45 किलोमीटर का निर्माण होगा। दूसरे चरण में कटका से गोंड़े गांव सोनावां तक 45 किमी तक सड़क बनेगी।
परियोजना की धनराशि में 60 फीसदी किसानों को जमीन के मुआवजे के रूप में दिया जाएगा। बाकी 40 फीसदी पैसा निर्माण कार्य में खर्च होगा। इस नए एक्सप्रेसवे पर आधा दर्जन आरओबी और पुलों का निर्माण होगा। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए एयरफोर्स और यूपीडा से एनओसी भी लेना पड़ेगा। दअरसल पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की एयर स्ट्रिप नए एक्सप्रेसवे के निर्माण में आड़े आ रहा है। बाइक और अन्य ग्रामीण वाहनों का प्रवेश इस पर वर्जित रहेगा। एयरफोर्स और यूपीडा की एनओसी मिलने के बाद इस एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा।