सचिन पाण्डेय
उन्नाव। पहाड़ों पर भारी बारिश के चलते पश्चिम के बांधों से पानी छोड़ा गया है। बीते मंगलवार के भोर पहर से ही गंगा के जलस्तर में तेजी से बढ़ोत्तरी देखी गई, घाट के किनारे पंडों के तख्त डूब गये, वहीं चंपापुरवा बस्ती के सामने जलस्तर बढ़ते ही कटान तेज हो गई है। बुधवार सुबह तक जलस्तर में बढोतरी होती रही। डीएम के निर्देश पर राजस्व कर्मी ने मौके का मुआयाना किया है।
केन्द्रीय जल आयोग के अनुसार सोमवार शाम पांच बजे गंगा का जलस्तर 111.330 मीटर दर्ज किया गया था। मंगलवार सुबह आठ बजे 111.420 मीटर दर्ज किया गया। जिसके बाद दोपहर एक बजे 111.450 मीटर पहुंच गया। शाम पांच बजे 111.480 मीटर मापा गया। बुधवार की सुबह भी जलस्तर में बढ़ोतरी दर्ज की गई। जो चेतावनी बिंदु 112 मीटर से कुछ ही दूर है।केन्द्रीय जल आयोग की माने तो पश्चिम के बांधों में पानी काफी आ गया है। जिससे पानी छोड़े जाने के कारण जलस्तर में बढ़ोत्तरी हुई है। अब इसी तरह कभी कम, कभी ज्यादा गंगा में जलस्तर घटता बढ़ता रहेगा। वहीं जलस्तर बढ़ने की सूचना पर क्षेत्रीय लेखपाल अशोक सैनी ने पहुंचे कर हालात देखे है। जहां काफी दूर तक हो रही कटान का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि कटान और जलस्तर बढ़ने की रिपोर्ट तहसीलदार, एसडीएम और डीएम को सौपेंगे, लेखपाल ने कहा कि बस्ती के सामने कटान काफी तेज हो गया है, इसलिये उनका प्रयास होगा कि सिंचाई विभाग को पत्र भेजकर कटान रोकने का काम किया जायेगा।
बता दे की रविदास नगर बस्ती के सामने पिछले पांच साल से लगातार कटान हो रही है। सिंचाई विभाग बांस बल्लियों को लगाकर जीओ ट्यूब बैग समेत आदि वस्तुओं को लगाकर कटान रोकने का प्रयास करता रहा लेकिन सफलता नही मिली। आलम यह है कि एक करोड़ से ज्यादा रुपये भी खर्च हो चुके है।