सचिन पाण्डेय
उन्नाव।।विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी गौरांग राठी की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में आगामी विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान की जिला टास्क फोर्स कमेटी की प्रथा बैठक आयोजित की गई। उन्होंने निर्देश दिए कि विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान 01 जुलाई से 31 जुलाई तक तथा दस्तक अभियान 11 जुलाई से 31 जुलाई तक जनपद में संचालित किया जाएगा, जिसमे स्वास्थ्य विभाग, नगर विकास विभाग, पंचायती राज/ग्राम्य विकास, पशुपालन विभाग, बाल विकास एवं पुष्टाहार, शिक्षा, दिव्यांगजन सशक्तिकरण, कृषि एवं सिंचाई, फूड ड्रग विभाग, उद्यान एवं सूचना विभाग समन्वित रूप से कार्यवाही संपादित कराएंगे।
जिलाधिकारी ने सभी विभागों के जनपद स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि उनके द्वारा अपने विभाग से संबंधित गतिविधियों की जो कार्य योजना तैयार कर जिला मलेरिया अधिकारी कार्यालय को प्रेषित की गई है, उसके अनुरूप कार्यवाही सुनिश्चित कराएं। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नही होगी। उन्होंने कहा इस अभियान के दौरान फ्रंटलाइन वर्कर्स आशा एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा प्रतिदिन अपने क्षेत्र में घरों का भ्रमण किया जाएगा। तथा बुखार के रोगियों की सूची, इनफ्लुएंजा लाइक इलनेस रोगियों की सूची, क्षयरोग के लक्षण युक्त व्यक्तियों की सूची तथा कुपोषित बच्चों की सूची तैयार कर ए0एन0एम0 के माध्यम से ब्लॉक मुख्यालय पर प्रस्तुत करेंगी। भ्रमण के दौरान जिंक टैबलेट तथा ओ.आर.एस का पैकेट भी लेकर चलंेगी। इस अभियान के साथ एंटी डायरिया अभियान भी चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि संचारी रोग अभियान के तहत साफ-सफाई, स्वच्छता, एंटी लार्वा छिड़काव, फागिंग, नाला-नालियों की सफाई, तालाबों/पोखरांे के पास की झाड़ियों की सफाई, सूअर बाड़ों की सफाई तथा कीटनाशक दवाओं का छिड़काव का कार्य शत प्रतिशत सुनिश्चित किया जाए। विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं दस्तक अभियान की साप्ताहिक समीक्षा विभाग वार की जाएगी। खराब प्रगति पाए जाने पर संबंधित अधिकारी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सत्य प्रकाश ने बताया कि उक्त कार्यक्रम को सकुशल संपादित कराने हेतु 411 एएनएम, 2636 आशा कार्यकत्रियों, 2623 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को लगाया गया है।
जनपद के 1037 ग्राम पंचायतों सहित 1682 राजस्व ग्रामों में संचारी रोग की रोकथाम संबंधी गतिविधियां साफ-सफाई, कचरा निस्तारण, जलभराव रोकने, शुद्ध पेयजल उपलब्धता पर विशेष ध्यान देते हुए सभी सहयोगी विभागों द्वारा व्यवहार परिवर्तन व प्रचार-प्रसार कराया जाएगा। जिलाधिकारी द्वारा समस्त उप जिलाधिकारी, अपर जिलाधिकारी न्यायिक तथा जिला पंचायतराज अधिकारी तथा नगर पालिका/नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी को शहरी एव ग्रामीण क्षेत्रो में साफ-सफाई, एन्टीलार वल/फॉगिंग की गतिविधियों को प्रमुखता से कराए जाने के निर्देश प्रदान किये गए, साथ ही यह भी निर्देश दिए गए कि वे बारिश के दौरान जल भराव को रोकने की प्लानिंग पहले से ही सुनिश्चित करा लें ताकि बारिश के दौरान वाटर लाॅगिंग न हो। इस कार्य के निरीक्षण में उप जिलाधिकारीयो को भी लगाए जाने के निर्देश प्रदान किये गए। इसी प्रकार बाल विकास एवं पुष्टाहार, शिक्षा विभाग, कृषि विभाग, उद्यान विभाग, नगर विकास विभाग एवं अन्य सहयोगी विभागों के जनपद स्तरीय अधिकारियों को कार्यक्रम को प्रमुखता से संचालित करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी प्रेम प्रकाश मीना, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ सत्य प्रकाश, अपर मुख्य अधिकारी डॉक्टर आरके गौतम, डॉक्टर नरेंद्र सिंह, डा हरिनंदन सिंह, डा जे आर सिंह, डा हरनाम सिंह, एपिडिमोलॉजिस्ट डा रवि यादव, पब्लिक हेल्थ ऑफिसर डा अंकिता, जिला मलेरिया अधिकारी रमेश चंद्र यादव, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, सहित सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, नगर पालिका/टाउन एरिया के अधिशासी अधिकारी उपस्थित रहे।