शिवम शर्मा
उन्नाव। जिला अस्पताल में उल्टी दस्त से परेशान होकर एक महिला उपचार करने इमरजेंसी वार्ड पहुंची। उसे बेड पर चादर नहीं मिला। कई बार स्वास्थ्य कर्मचारियों से गुहार लगाई लेकिन सुनवाई नहीं हुई। आरोप है कि जब उसके भतीजे ने एक कर्मी को पांच सौ रुपये दिए तब उसे चादर मिला। कुछ देर बाद ही उसका बैग चोरी हो गया। जिसमें सोने की चेन और नगदी थी। पीड़िता ने सीएमएस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। बता दे की कोतवाली क्षेत्र के सिकंदरपुर सिरोसी गांव के रहने वाली चंदादेवी ने बताया कि शनिवार की सुबह उल्टी दस्त की शिकायत होने पर तबीयत खराब हुई तो उपचार के लिए जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पहुंची। जहां डॉक्टरों ने उन्हें भर्ती कर दिया। काफी देर तक बेड पर चादर नहीं मिलने पर वार्ड मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों से इसकी मांग की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद भतीजे नितिन ने वार्ड में मौजूद एक स्वास्थ्य कर्मी नागेंद्र से कहा तो उसने चादर देने के बदले में पांच सौ रुपये लिए शाम को उन्हें चादर मिली इसी दौरान उनके पास में रखा बैग में पांच हजार रुपये, नगदी और एक सोने की चैन समेत बैग को वार्ड से गायब कर दिया गया। इस बात की रात उन्हें जानकारी हुई खोजबीन की तो बाथरूम में उनका खाली बैग मिला।