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भारत सरकार की टीम द्वारा प्रगतिशील कृषकों को नेशनल पेस्ट सर्विलांस सिस्टम (एन पी एस एस) के बारे में दिया गया प्रशिक्षण



रिपोर्ट – अमित कुमार शुक्ला।

*लखनऊ :* भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के लखनऊ स्थित क्षेत्रीय केंद्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केंद्र के प्रभारी डा. ज्ञान प्रकाश सिंह, संयुक्त निदेशक के निर्देशन एवं विनय सिंह, जिला कृषि रक्षा अधिकारी  के सहयोग से  जानकीपुरम स्थित  जैविक भवन  में जिले के विभिन्न विकास खण्ड से आए हुए किसानों को नेशनल पेस्ट सर्विलांस सिस्टम (एन पी एस एस) एप के बारे में भारत सरकार की टीम द्वारा प्रशिक्षित किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित क्षेत्रीय केन्द्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केंद्र के  प्रभारी एवं संयुक्त निदेशक डा. जी. पी. सिंह ने किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत सरकार  के एन पी एस एस प्रशिक्षण कार्यक्रम से जनपद के किसान  लाभान्वित होंगे और एप के माध्यम से  फसलों में कीड़े-बीमारी का आईपीएम तकनीक से प्रबंधन कर कम लागत में दोगुनी आय प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा तैयार  किए गए एन पी एस एस एप के माध्यम से  फसल को नुकसान पहुंचाने वाले कीड़े – बीमारियों की पहचान के साथ -साथ किसान अपने खेत से उन कीड़े – बीमारियों की फोटो के साथ आवश्यक डाटा फीडिंग करके सीधे कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार को अपने गांव से ही कीड़े – बीमारियों की सूचना भेज सकते हैं तथा उनके अत्यधिक प्रकोप की स्थिति में एप के माध्यम से ही उनके प्रबंधन से सम्बन्धित ऐडवाइजरी मोबाइल पर ही प्राप्त कर सकते हैं। के पी पाठक, वनस्पति संरक्षण अधिकारी ने  एन. पी. एस. एस. एप की वर्तमान उपादेयता एवं प्रासंगिकता के बारे में बताया। सहायक वनस्पति संरक्षण अधिकारी अमित सिंह ने बताया कि इस एप के माध्यम से प्रशिक्षित किसान फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले कीड़े -बीमारियों की पहचान आसानी से कर सकेंगे। उन्होंने  कहा कि इस एप के माध्यम से कीट – व्याधियों के प्रबंधन में प्रयुक्त होने वाले भारत सरकार के केंद्रीय कीटनाशी बोर्ड एवं पंजीकरण समिति द्वारा संस्तुत रासायानिक कीटनाशकों का भी सुझाव प्राप्त होगा । उन्होंने बताया कि  फसलों में लगने वाले नुकसानदायक  कीड़े एवं बीमारियों की पहचान एवं उनके प्रबंधन में यह एप अत्यन्त प्रभावी साबित होगा।  उन्होंने कहा कि आई पी एम तकनीक से उत्पादित बगैर रसायन के कृषि उत्पादों का अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में अच्छा मूल्य प्राप्त होता है।  सहायक वनस्पति संरक्षण अधिकारी डा. केशवमूर्ति ने एन पी एस एस एप के उपयोग की विधि तथा पेस्ट सर्विलांस के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान किया। उन्होंने एन पी एस एस एप में किसानों को  कीड़े बीमारियों के फोटो अपलोड करने एवं पेस्ट डेटा एंट्री की तकनीक के बारे में भी विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान किया। जिला कृषि रक्षा अधिकारी कार्यालय में कार्यरत ए. डी. ओ. (कृषि रक्षा) बी. पी. सिंह   ने किसानों को कीड़े – बीमारियों की पहचान के बारे में बताया तथा जनपद में  विभिन्न विकास खंड में कार्यरत प्राविधिक सहायक प्रभाकर एवं मो. अली उपस्थित रहे I कार्यक्रम में जनपद के विभिन्न विकास खण्ड के प्रगतिशील कृषकों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।

Shubham Tripathi

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