
उन्नाव।।विकास भवन सभागार में सांसद डाॅ0 स्वामी सच्चिदानन्द हरि साक्षी महाराज की अध्यक्षता व जन प्रतिनिधियों की उपस्थिति में जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक सम्पन्न हुई।
बैठक में सांसद द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण/शहरी पेयजल कार्यक्रम, जल जीवन मिशन अन्तर्गत हर घर नल-हर घर जल, मिड-डे मील एवं सर्व शिक्षा अभियान, कौशल विकास, बाल विकास, स्वच्छ भारत मिशन, राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम, समेकित विद्युत विकास योजना, ग्रामीण एवं शहरी आवास, ग्रामीण रोजगार, कृषि एवं सिंचाई, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, गौवंश संरक्षण, राष्ट्रीय रूर्बन मिशन, उज्जवला, खाद्य सुरक्षा, रोजगार सृजन, क्षेत्र विकास निधि, गड्ढामुक्ति व पैच मरम्मत, नहरों की सिल्ट सफाई, कूड़ा निस्तारण, औद्योगिक प्रदूषण, विद्युत व्यवस्था, पेंशन, बेटी बचाओ-बेटी पढाओ, अमृत योजनांतर्गत पार्क निर्माण व तलाबों का सुन्दरीकरण आदि की विस्तृत समीक्षा की गयी।
इस अवसर पर योजनाओं की समीक्षा करते हुए सांसद जी ने कहा कि अधिकारी गण माननीय जनप्रतिनिधियों का निर्धारित प्रोटोकाॅल के तहत सम्मान करे तथा उनके द्वारा प्रेषित की गयी शिकायतों का तुरन्त संज्ञान लें और कृत कार्यवाही से जन प्रतिनिधियों को अनिवार्य रूप से अवगत कराएं। उन्होंने कहा कि जिले में कई सड़कों/मार्गों की स्थिति अत्यन्त खराब है, जिसकी वजह से आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं, इनका जल्द से जल्द सुधार किया जाए, अन्यथा की स्थिति में सम्बन्धित अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होंने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिये कि कोई भी अन्ना पशु खुले में या सड़क पर नहीं दिखना चाहिए। सभी पशुओं को स्थानीय स्तर पर संचालित गौशालाओं में संरक्षित कराया जाए। जनपद में पशुओं के अवैध कटान को प्रतिबन्धित किया जाए, अन्यथा इस कार्य में संलिप्त अधिकारी व कर्मचारी पर कड़ी कार्यवाही होेगी। यह भी कहा कि अन्ना पशु जनपद की सबसे बड़ी समस्या है, इसके लिए आवश्यक योजना बनाकर शत-प्रतिशत गौवंश को गौ आश्रय स्थलों में संरक्षित करें, ताकि किसान भाईयों को इस समस्या से निजात मिल सके। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि जनपद के सामुदायिक/प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सफेद हाथी साबित हो रहे हैं। प्रत्येक केन्द्र पर डाक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित कराते हुए जन सामान्य को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने का प्रयास किया जाए। फसल बीमा को लेकर उन्होंने कृषि विभाग को निर्देश दिए कि असमय बारिश से प्रभावित हुए सभी ग्रामों में फसल नुकसान का वास्तविक सर्वे करा कर प्रत्येक किसान के नुकसान की क्षतिपूर्ति की जाए। उन्होंने कहा कि जनपद में जो भी गरीब 30-40 साल से किसी भी स्थान पर बसा हुआ है, उसका घर कदापि न उजाडा जाए। अपरिहार्य स्थिति में पहले उसके रहने की व्यवस्था की जाए तभी प्रतिस्थापन की कार्यवाही की जाए। सरकारी योजनाओं का लाभ केवल पात्र व्यक्तियों को ही मिले, यह सुनिश्चित कराया जाए। जल जीवन मिशन अन्तर्गत हर घर जल योजना का कार्य बहुत ही मंद है, जिलाधिकारी स्वयं इस योजना की माॅनिटरिंग करें ताकि समय से योजना पूर्ण हो सके। इस दौरान संासद जी ने सभागार में उपस्थित अधिकारियों व कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सभी लोग अपने-अपने दायित्वों का ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करें।
बैठक में जन प्रतिनिधियों द्वारा सदन में जामिंग व यातायात की समस्या, उन्नाव व लखनऊ के बीच स्टेट हाईवे पर रोड लाईटों का न जलना, लोक नगर रेल काॅसिंग की समस्या, कृष्णा नगर, पौराणिक पक्का तालाब व मन्दिर का पुनरोद्धार, मौरावा-मोहनलाल गंज पर स्थित जबरैला पुल का चैड़ीकरण, युवाओं के शारीरिक विकास के लिए जिम आदि समस्याएं व सुझाव रखे गए। इनको लेकर जिलाधिकारी गौरांग राठी ने जन प्रतिनिधियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि सदन में जनपद से संबंधित जो भी समस्याएं उठायी गयीं हैं या जो भी सुझाव प्रेषित किए गए है उनका संज्ञान लिया जाएगा और आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।