
नोएडा।।भारत के सेमीकंडक्टर उद्योग को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज नोएडा में रेनेसास (Renesas) के सेमीकंडक्टर डिज़ाइन सेंटर का उद्घाटन किया। यह सेंटर अत्याधुनिक 3 नैनोमीटर चिप्स की डिजाइनिंग का कार्य पूरी तरह भारत में ही करेगा।
भारत में सेमीकंडक्टर उद्योग के विकास की रफ्तार उल्लेखनीय रही है। वर्तमान में देश में 5 सेमीकंडक्टर विनिर्माण इकाइयाँ निर्माण के उन्नत चरण में हैं। साथ ही, Applied Materials और LAM Research जैसी वैश्विक कंपनियों के जरिए सेमीकंडक्टर निर्माण में प्रयुक्त पूंजीगत उपकरण भी अब भारत में उपलब्ध हो रहे हैं।
आईटी मंत्री ने कहा कि नोएडा, बेंगलुरु और हैदराबाद में रेनेसास के ये डिज़ाइन सेंटर भारत की डिज़ाइन क्षमताओं पर वैश्विक विश्वास का परिचायक हैं। अब जबकि भारत में क्वालकॉम, एएमडी, इंटेल, टेक्सास इंस्ट्रूमेंट्स जैसी बड़ी डिज़ाइन कंपनियों की उपस्थिति पहले से है, रेनेसास का यह निर्णय भारतीय प्रतिभा और बाज़ार की संभावनाओं को और सुदृढ़ करता है।
नोएडा स्थित यह डिज़ाइन सेंटर भारतीय जलवायु और क्षेत्रीय ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए बिजली, परिवहन, दूरसंचार और औद्योगिक क्षेत्र जैसे विविध सेक्टरों के लिए चिप्स डिजाइन करेगा।
वैष्णव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार प्रकट करते हुए कहा कि “आत्मनिर्भर भारत” के विज़न के अंतर्गत केवल तीन वर्षों में भारत में सेमीकंडक्टर उद्योग की मजबूत नींव रखी गई है।
उन्होंने कहा, “मोबाइल फोन, लैपटॉप, सर्वर, चिकित्सा उपकरण, रक्षा उपकरण, और ऑटोमोबाइल जैसे क्षेत्रों में इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के निर्माण के चलते सेमीकंडक्टर की माँग तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में यह डिज़ाइन सेंटर भारत को वैश्विक सेमीकंडक्टर हब बनाने की दिशा में एक निर्णायक कदम है।”
यह पहल न केवल डिज़ाइन क्षमताओं को भारत में केंद्रित करेगी, बल्कि युवाओं के लिए उच्च तकनीकी अवसर भी उपलब्ध कराएगी।