लखनऊ विकास प्राधिकरण शहर में 300 वर्गमीटर से अधिक क्षेत्रफल वाले सभी सरकारी व निजी भवनों में रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की जांच करेगा। इसमें कॉमर्शियल इमारतें, ग्रुप हाउसिंग भवन व पार्क आदि भी शामिल रहेंगे। प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने मंगलवार को रेन वॉटर हार्वेस्टिंग के सम्बंध में समीक्षा बैठक करके अधिकारियों इस बाबत दिशा-निर्देश जारी किये। उन्होंने मॉनसून से पहले इस कार्य को पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
बैठक के दौरान उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने कहा कि प्राधिकरण की जितनी भी बिल्डिंग हैं, उनका डाटाबेस बनाकर वहां रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के सत्यापन का कार्य कराया जाए। इनमें से जिन बिल्डिंगों का अनुरक्षण प्राधिकरण द्वारा किया जा रहा है, उनमें रेन वॉटर हार्वेस्टिंग से सम्बंधित कार्य प्राधिकरण द्वारा करवाया जाए। वहीं, जो बिल्डिंग रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन को हैंडओवर हो चुकी हैं, उनमें आर0डब्ल्यू0ए के पैसे से रेन वॉटर हार्वेस्टिंग उपकरणों को सुचारू कराने का काम कराया जाए। इसके अलावा सभी सरकारी बिल्डिंगों का भी सर्वे करके उनमें रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की जांच करायी जाए।
इसी तरह निजी इमारतों में भी रेन वॉटर हार्वेस्टिंग प्रणाली की जांच की जाए। उपाध्यक्ष ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि पार्क/भवनों में अगर कहीं नया स्ट्रक्चर बनाया गया है, तो वहां भी रेन वॉटर हार्वेस्टिंग का कार्य तुरंत पूरा करा लिया जाए। उन्होंने कहा कि प्रर्वतन में तैनात अभियंताओं को प्रति दिन पांच से छह भवनों में रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की जांच करने का लक्ष्य दिया जाए, जिससे कि मॉनसून आने से पहले तक यह कार्य सम्पादित किया जा सके। उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने बताया कि प्राधिकरण द्वारा अभियान चलाकर आम जनता को वर्षा जल संरक्षण के सम्बन्ध में जागरूक करने का कार्य किया जाएगा।