सचिन पाण्डेय
उन्नाव। कोटवाली क्षेत्र बांगरमऊ में एक कमरे में युवक का शव सुलगता मिला। लेकिन उसकी पहचान नहीं हो सकी। दुर्गंध आने पर पड़ोसियों की सूचना पर पुलिस पहुंची। मकान के दूसरे तल पर मौजूद गृहस्वामी व उसके साथी को हिरासत में लिया। एसपी ने बताया कि इन्ही दोनों नशेबाजों ने वारदात की है। हालांकि नशे में धुत होने से दोनों कुछ बताने की स्थिति में नही हैं। पूछताछ की कोशिश की जा रही है। देर रात एसपी के निर्देश पर स्वाट टीम को लगाया गया। कड़ाई से पूछताछ में भी संदिग्ध आरोपियों ने कुछ नहीं कबूला।
बांगरमऊ नगर के न्यू कटरा में संतोष का मकान है। संतोष की नशेबाजी से तंग आकर मां सूरजा और उसकी पत्नी मंजू, बेटी दिल्ली में रहती हैं। वहां कपड़ों में प्रेस करने का काम कर गुजर बसर कर रही हैं। संतोष की तीन बहनों की शादी हो चुकी है। पड़ोसियों के मुताबिक संतोष की बहन ने दस साल पहले आग लगाकर व बेटे विशाल ने दो साल पहले फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। बीते दिन सोमवार से संतोष के घर से दुर्गंध उठने पर पड़ोसियों ने मंगलवार दोपहर पुलिस को सूचना दी।
घर में शव जलाने की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस।
मौके पर पहुंची पुलिस ने कमरा खुलवाया तो अंदर युवक का शव सुलगता हुआ मिला। उसके दोनों पैर बंधे थे। पुलिस ने ऊपरी मंजिल से गृहस्वामी संतोष व उसके साथी शेरू को हिरासत में लिया, मगर अभी तक पुलिस किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकी है। शव की पहचान भी नहीं हो सकी है। एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना ने कहा कि नशेबाजों के होश में आने पर खुलासा हो जाएगा।
पुलिस ने गृहस्वामी संतोष और उसके साथी शेरू पुत्र रमेश निवासी रामपुरवा को हिरासत में लिया है। पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है। पुलिस के मुताबिक दोनों नशे के आदी हैं। अक्सर नशे में टहलते नजर आते हैं। आशंका जताई जा रही कि दोनों ने घटना को अंजाम दिया।
पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया है।
आरोपी शेरू की मां को हिरासत में लिया, नही बताई सच्चाई
थाना पुलिस और स्वाट टीम ने देर रात तक दोनों आरोपी से पूछताछ की, लेकिन जलाया गया युवक कौन था, यह नहीं बता सके। उसके बाद उसकी मां से भी पूछताछ की। वह भी पुलिस को गुमराह करती रही। करीब 20 घण्टे बीतने के बाद पुलिस किसी नतीजे पर नही पहुंची है।
शिनाख्त नहीं हुई तो 72 घण्टे बाद होगा पोस्टमार्टम
पुलिस ने देर रात मोहल्ले के लोगों की पंचराय के आधार पर किसी तरह जले हुए शव को मोर्चरी भिजवा दिया है, लेकिन यदि शिनाख्त नहीं हुई तो 72 घण्टे बाद पोस्टमार्टम कराया जाएगा। शव जला होने के चलते पहचान की बात आने पर डीएनए भी कराया जा सकता है।