रिपोर्ट – अनूप कुमार वर्मा
मोहम्मदी खीरी
सूत्रों के मुताबिक मोहम्मदी ब्लाक क्षेत्र में आंगनवाड़ी केंद्रों की स्थित दयनीय दशा है कहीं पर तो केंद्र हैं पर आंगनवाड़ी कार्यकत्री नहीं है कहीं पे अगर आंगनवाडी कार्यकत्री तो हैं तो बच्चों के बैठने के लिए केंद्र नहीं हैं जिससे राज्य सरकार वह केंद्र सरकार की योजना आमतौर पर जनता को नहीं मिल पाती है लखीमपुर जिले की मोहम्मदी ब्लाक के गांव ,हरिहरपुर ,अलीनगर ,गोरेला पाल अभयकचनार ,रामपुर मिश्र, माहमदपुर दीना, दिलावरपुर, मगरेना, धमौला,हथेला, बौंआँ, तुरकाहटा, सिसोरा नुकूमपुर, मोहम्मदी सराँय, बिचपरी, भानपुर बनवारी, बसबिरबा, गुलौली, कहिमारा,बौधनिया, झाराखेमपुर, आदि आंगनवाड़ी केंद्रों की हालत खस्ता है अधिकांश केंद्रों पर ताले लटक रहे हैं अधिकारियों की लापरवाही के कारण केंद्र कागज पर ही संचालित किए जा रहे हैं आंगनवाड़ी केंद्रों पर बच्चे तो नामांकित हैं मगर उनकी उपस्थिति ना के बराबर है और गांव के आंगनवाड़ी केंद्रों के हालात एक जैसे हैं ना कोई हकीकत देखने वाला है और ना ही इन पर कोई कार्रवाई करने वाला जिसके चलते इन केंद्रों पर ताला पड़ा रहता है बच्चों को मिलने वाला पोषाहार अन्य सामान का घोटाला कर लिया जाता है आंगनवाड़ी कार्यकत्री खानापूर्ति के लिए एक या दो लोगों को पैकेट दे कर फोटो खींच लेती हैं इसके बाद सारा पोषाहार डकार जाती हैं शिकायत करने पर भी गर्भवती महिलाओं को बच्चों को पोषाहार नहीं दिया जाता है।