सचिन पाण्डेय
उन्नाव। गौवंश के रख-रखाव हेतु मंत्री पशुधन एवं दुग्ध विकास, राजनैतिक पेंशन, अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज तथा नागरिक सुरक्षा विभाग, उ0प्र0 धर्मपाल सिंह द्वारा नवाबगंज पक्षी विहार स्थित सभागार में गौवंश के रख-रखाव की समीक्षा की गयी तथा बृहद गौसंरक्षण केन्द्र नवाबगंज का स्थलीय निरीक्षण किया गया।
पशु चिकित्सा विभाग उन्नाव के अधिकारियों के साथ भूसा प्रबन्धन, पानी की व्यवस्था, पशु रोग नियंत्रण/टीकाकरण, लाईट एवं शेड की व्यवस्था आदि की समीक्षा करते हुए मंत्री ने कहा कि ग्राम प्रधानों क्षेत्र के गणमान्य लोगों से समन्वय स्थापित कर प्रत्येक गौशाला में चारा/भूसा की उपलब्धता सुनिश्चित करायी जाए। उन्होने कहा कि चारे/भूसे के भण्डारण हेतु ग्राम पंचायत में निष्प्रयोज्य शासकीय भवनों को प्रयोग में लाया जाए।
मुख्यमंत्री जन सहभागिता योजना के लाभार्थियों को समय से पैसा उपलब्ध कराया जाए। गौवंश का रख-रखाव सामाजिक कार्य है, इसे स्थानीय लोगों की सहभागिता से ही कराया जा सकता है। उन्होने कहा कि गौवंश के रखरखाव हेतु पर्याप्त पैसा दिया जाता है इसका सदुपयोग करते हुए गौवंश का बेहतर संरक्षण किया जाए। अभियान चलाकर गौवंश/पशुओं का शत प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित कराया जाए। उन्होने पशु चिकित्साधिकारियों को सख्त निर्देश दिये कि शत प्रतिशत गौवंश को गौ-आश्रय स्थलों में संरक्षित कर उचित देखभाल करें। कोई भी गौवंश सड़क, खेत-खलिहान में नहीं दिखना चाहिए, अन्यथा की स्थिति में कार्यवाही की जायेगी। इस मौके पर मंत्री ने पशुपालन विभाग की बकरी पालन, सुअर पालन, कुक्कुट पालन, भेड़ पालन आदि कई कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि पशुपालक इन योजनाओं का लाभ प्राप्त कर अपनी आय बढ़ायें। उन्होने बताया कि इन योजनाओं में 50 प्रतिशत से लेकर 90 प्रतिशत तक की छूट प्रदान की जाती है। इसके अलावा मंत्री ने बृहद गौसंरक्षण केन्द्र नवाबगंज का स्थलीय निरीक्षण किया तथा गौशाला में उपलब्ध व्यवस्थाओं तथा विभिन्न प्रकार के गौ उत्पादों की जानकारी ली। इस मौके पर मंत्री ने गौशाला परिसर में वृक्षारोपण तथा गौ पूजन किया।
इस मौके पर निदेशक, पशुपालन उ0प्र0 लखनऊ, इन्द्रमणि, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ0 अनिल दत्तात्रेय पाण्डेय, उप पशु चिकित्साधिकारी डाॅ0 दिनेश सचान सहित अन्य पशु चिकित्साधिकारीगण उपस्थित रहे।