संवाददाता सचिन पाण्डेय
उन्नाव। शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव के 23 मार्च को हुए बलिदान दिवस तथा अमर शहीद पत्रकार गणेश शंकर विद्यार्थी के बलिदान दिवस की पूर्व संध्या पर जन एकता महिम द्वारा स्थानीय मौलाना हसरत मोहनी पुस्तकालय कसाई चौराहा के निकट में वक्ताओं ने “आजाद भारत में शहीदों के सपने” विषय पर जनपद के विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं व सामाजिक क्षेत्रों में सक्रिय लोगों ने देश की मौजूदा आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक परिस्थितियों पर गहन चिंतन किया । गोष्ठी की अध्यक्षता कामरेड अशोक सविता ने की । इस अवसर पर देश के जाने-माने समाजवादी नेता डॉ राम मनोहर लोहिया की जयंती होने के कारण वक्ताओं ने उन्हें भी श्रद्धांजलि अर्पित की । इस अवसर पर सभी वक्ताओं ने एकमत होकर इन शहीदों के सपनों के अनुकूल जाति विहीन समाज व सांप्रदायिक सद्भाव से युक्त भारत को बनाने का संकल्प लिया तथा यह भी निश्चय किया कि मौजूदा सामाजिक आर्थिक व्यवस्था के खिलाफ गांव गांव में जाकर लोगों के बीच जन जागरण करने का भी संकल्प लिया । इस अवसर पर प्रमुख रूप से जन एकता मुहिम के दिनेश प्रियमन, डॉक्टर रामनरेश, गिरिजेश, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के अखिलेश तिवारी, संजय कुमार जयसवाल, मयंक आलोक अवस्थी, पीपल्स यूनियन सिविल लिबर्टीज की अध्यक्षा गौसिया खान, आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद कमल, कांग्रेश से कमल तिवारी, संजीव कुमार श्रीवास्तव, अशोक अवस्थी, हेमंत नंदन पंत, किसान नेता नरेश पाल, इंद्रसेन, कवि नसीर अहमद, व सरल कुमार वर्मा आदि लोग प्रमुख रूप से मौजूद थे ।