राजधानी के बख्शी का तालाब स्थित एसआर इंटरनेशन में चल रहे एस आर ग्लोबल स्कूल के प्रतिभा निखार कार्यक्रम ‘अभ्युदय’ में प्रतिदिन कई बाल प्रतिभाएँ अपनी क्षमता और कौशल से सभी को आश्चर्यचकित कर रही हैं। इन नन्हे सितारों की चमक दूर-दूर तक अपनी रोशनी से लोगों को चमत्कृत कर रही है।
गुरुवार का दिन भी इन नन्हे कलाकारों के अद्वितीय कला कौशल और ऊँचे इरादों का गवाह बना। दिन की पहली नाट्य प्रस्तुति में चौथी कक्षा के होनहारों ने ‘ह्यूमन सिस्टम ऐंड देयर प्रोसेस’ विषय पर जानकारी से भरी हुई सुन्दर प्रस्तुति दी। पाँचवी के कलाकारों ने आधुनिक नवाचार पर आधारित अपनी नाट्य प्रस्तुति में नवाचार को हर समय के लिए आवश्यक और महत्वपूर्ण बताया तथा आज के बदलते समय को विज्ञान और तकनीक का दौर बताते हुए कौन-कौन से परिवर्तन हमारे लिए उपयोगी और आवश्यक हैं, इस पर अपनी राय रखी।
छठी कक्षा की प्रस्तुति में भारतीय संस्कृति के लिए ‘अतिथि देवो भव’ की परम्परा को उसकी आत्मा का अंग दर्शाया गया। नन्हे कलाकारों ने नाट्य कौशल के जरिये अतिथि को भगवान के समकक्ष बताते हुए भारतीय संस्कृति को संसार की उत्कृष्ट संस्कृति बताने की कोशिश की। दिन की अगली प्रस्तुति में सातवीं के बच्चों ने हिमालय के उदय और महत्व के विषय में जानकारी से भरी हुई बड़ी ही खूबसूरत लघु नाटिका पेश की। इसके साथ साथ प्रेप, पहली और तीसरी कक्षा के नन्हे सितारों ने भी अपनी प्रस्तुतियों से जमकर तालियाँ और सराहना बटोरी।
इस अवसर पर उपस्थित विधान परिषद सदस्य, श्री पवन सिंह चौहान ने कहा- ‘होनहार बिरवान के होत चीकने पात’, जिस तरह एक पौधे की क्षमता प्रारम्भ से ही दिख जाती है वैसे ही इन नन्हे बच्चों की क्षमताएँ अभी से हम सभी के सामने आ रही हैं। कार्यक्रम में एसआर ग्लोबल स्कूल के प्रधानाचार्य श्री सीके ओझा, उपप्रधानाचार्या श्रीमती शालिनी श्रीवास्तव, कार्यकारी निदेशक, एसआर इंटरनेशनल स्कूल श्रीमती मोनिका तिवारी, एकैडमिक इंचार्ज श्री दीपक सिंह तथा कोऑर्डिनेटर्स गीता मेहता, पल्लवी उपाध्याय, साधना सिंह एवं गीतांजलि सिंह आदि की भी उपस्थिति रही।
रिपोर्ट – अमित कुमार शुक्ला।।