
फतेहपुर (थरियांव)।न्यायालय के स्टे ऑर्डर को भी कुछ दबंग अब नज़रअंदाज़ करने लगे हैं। मामला थरियांव थाना क्षेत्र के थरियांव कस्बे का है, जहां एक पीड़ित व्यक्ति दर-दर की ठोकरें खा रहा है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी मौन साधे बैठे हैं।
क्या है पूरा मामला?
स्थानीय निवासी ने को बताया कि जिस ज़मीन पर वह वर्षों से रह रहा है, उस पर कोर्ट से स्थगन आदेश (Stay Order) भी मिल चुका है। बावजूद इसके कुछ दबंग जबरन उसके घर में गेट लगवाने पर अड़े हैं।
पीड़ित का कहना है कि उसने थाने से लेकर तहसील और अफसरों तक गुहार लगाई, लेकिन कहीं से कोई राहत नहीं मिली। दबंग लगातार निर्माण कार्य कर रहे हैं और विरोध करने पर धमकियां भी दी जा रही हैं।
प्रशासनिक चुप्पी पर उठे सवाल
स्थानीय लोग भी इस मामले को लेकर चिंतित हैं। सवाल यह है कि जब अदालत का आदेश मौजूद है, तब भी अवैध निर्माण और दबंगई क्यों जारी है?
क्या न्यायालय के आदेशों की खुलेआम अवहेलना का यही मतलब है कि सिस्टम सिर्फ़ ताकतवरों के लिए है?
थरियांव पुलिस पर गंभीर सवाल
थरियांव थाना पुलिस की निष्क्रियता ने पीड़ित की परेशानी और बढ़ा दी है। जब मौके पर पहुंची, तो पीड़ित का कहना था –
“मैं पिछले हफ़्ते से थाने के चक्कर लगा रहा हूं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही… अब तो जान-माल की भी चिंता सता रही है।”
करता है कि कोर्ट के आदेशों का सम्मान हो, पीड़ित को न्याय मिले और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। यदि न्यायपालिका के आदेशों की भी खुलेआम धज्जियाँ उड़ाई जाएँगी, तो आम नागरिक कहां जाएगा?