
जिला संवाददाता देवेंद्र तिवारी
उन्नाव।।
राष्ट्रीय फ़ाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग द्वारा सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफ़ॉर) संस्था के सहयोग से ब्लॉक फतेहपुर चौरासी के कटिंघरा स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर में ‘निक्षय दिवस’ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर फाइलेरिया रोगियों के लिए रुग्णता प्रबंधन एवं दिव्यांगता निवारण (एमएमडीपी) किट का वितरण किया गया | साथ ही उन्हें संपूर्ण देखभाल, व्यायाम और व्यक्तिगत स्वच्छता संबंधी(एमएमडीपी) का विशेष प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया। कार्यक्रम में 08 फ़ाइलेरिया रोगियों को एमएमडीपी किट वितरित की गयी जिसमें मग, बाल्टी, टब, तौलिया, साबुन और एंटीसेप्टिक क्रीम थी |
कार्यक्रम की अध्यक्षता सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) प्रियंका कुमारी ने की। उन्होंने उपस्थित फाइलेरिया रोगियों को संबोधित करते हुए बताया कि यह बीमारी मच्छर के काटने से होती है और शरीर के अंगों जैसे हाथ, पैर, पुरुषों के जननांग और महिलाओं के स्तनों को प्रभावित करती है। यदि समय पर देखभाल न की जाए, तो यह रोग व्यक्ति को स्थायी रूप से दिव्यांग बना सकता है।
सीएचओ ने बताया कि प्रभावित अंगों की नियमित सफाई, सूखापन बनाए रखना और हल्के हाथों से सफाई करना बहुत आवश्यक है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि साबुन को सीधे अंग पर न मलें, बल्कि झाग बनाकर हल्के स्पर्श से साफ करें और फिर साफ पानी से धोकर तौलिये से सुखाएं। घाव होने की स्थिति में उसे सुखाकर एंटीसेप्टिक क्रीम का प्रयोग अवश्य करें।
इसके साथ ही फाइलेरिया के कारण होने वाली सूजन को नियंत्रित करने के लिए नियमित व्यायाम का प्रदर्शन भी किया गया। उपस्थित रोगियों को व्यायाम की तकनीकें बताई गईं, जिन्हें वे घर पर नियमित रूप से कर सकते हैं ताकि अंगों में रक्तसंचार बेहतर हो और सूजन न बढ़े। इसके साथ ही सीएचओ प्रियंका कुमारी ने उपस्थित जनसमुदाय को टीबी के लक्षणों, संक्रमण के माध्यमों और इससे बचाव के उपायों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यदि समय रहते टीबी की पहचान और इलाज न किया जाए, तो यह गंभीर रूप ले सकती है, जबकि इसकी रोकथाम और इलाज दोनों संभव हैं।
इस अवसर पर सामुदायिक सहभागिता भी सराहनीय रही। कार्यक्रम में कोटेदार, आशा कार्यकर्ता, सीफार प्रतिनिधि व 18 फाइलेरिया मरीज उपस्थित रहे ।
इसी क्रम में निश्चय दिवस के उपलक्ष में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पुरवा में एम एम डी पी प्रशिक्षण दिया गया जिसमें जिला मलेरिया अधिकारी अर्चना मिश्रा मलेरिया इंस्पेक्टर सुचिता, विकास, अधीक्षक डॉ दिनेश,बीसीपीएम इसहाक अली और 11 सी एच