
नगर संवाददाता सचिन पाण्डेय
उन्नाव। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल गुरुवार को एक दिवसीय दौरे पर उन्नाव पहुंचीं। उनका हेलीकॉप्टर सुबह करीब 10 बजे रिजर्व पुलिस लाइन में उतरा, जहां कमिश्नर डॉ. रोशन जैकब, जिलाधिकारी गौरांग राठी और पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर ने उनका स्वागत किया। इस दौरान सांसद साक्षी महाराज, सदर विधायक पंकज गुप्ता समेत अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी पुष्पगुच्छ भेंट कर राज्यपाल का अभिनंदन किया। बता दे कि उन्होंने मंच से कहा, “आज का दिन गौरव का दिन है। एक सप्ताह पहले हमारी सेनाओं और सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान और आतंकवाद को करारा जवाब दिया।” राज्यपाल ने अपने भाषण में कहा कि भारत की सेनाओं ने जिस तरह से साहस और सटीक रणनीति से आतंकवाद पर प्रहार किया, वह हर भारतीय के लिए गर्व का विषय है। “पाकिस्तान मानने को तैयार नहीं हुआ, लेकिन हमारे जवानों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो दृढ़ संकल्प और साहस दिखाया, वह असाधारण था,”। देश की सीमाओं की रक्षा में लगे सैनिकों के सटीक निशाने और समर्पण से आतंकवाद की कमर तोड़ दी गई। “हमारी सेनाओं को हम सलाम करते हैं, अभिनंदन करते हैं। यही है नया भारत, जो सहता नहीं, जवाब देना जानता है,” राज्यपाल ने जोशीले अंदाज़ में कहा। राज्यपाल ने आगे बताया कि देशभर में निकाली गई तिरंगा यात्रा के माध्यम से देशवासियों ने जवानों को सलाम किया। उन्होंने कहा कि भारत के नागरिकों को अपनी सेनाओं पर गर्व है और ऐसे मौकों पर देश एकजुट होकर अपनी ताकत दिखाता है। उन्होंने कहा कि दहेज प्रथा आज भी हमारे समाज में एक गंभीर अपराध का रूप ले चुकी है। “कल जब मैं सीतापुर जेल के भ्रमण पर गई थी, तो पता चला कि वहां 30 प्रतिशत कैदी दहेज से जुड़े मामलों में बंद हैं,” राज्यपाल ने आगे कहा कि समाज में आज भी 30 प्रतिशत बेटियों को जन्म से पहले या तुरंत बाद मार दिया जाता है, जो अत्यंत पीड़ादायक और चिंताजनक है। भ्रूण हत्या और दहेज प्रथा पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने मंच से संबोधित करते हुए कहा, “बेटी की जानकारी मिलते ही ऑपरेशन करवा देते हैं। यह अमानवीय है। बेटा हो या बेटी, जन्म का अधिकार सबका है। राज्यपाल ने कहा कि भ्रूण हत्या के मामलों में निजी अस्पतालों और स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत है। “हमारे अफसर भी आंख बंद करके बैठे हैं। मैं कल भी अधिकारियों को निर्देश दे चुकी हूं औचक निरीक्षण करें, जांच करें, एफआईआर दर्ज करें और दोषी डॉक्टरों को जेल भेजें,” उन्होंने स्पष्ट किया।