
कानपुर।। रीजेंसी हॉस्पिटल विवादों में आ गया है। भाजपा विधायक ने मुख्यमंत्री से मिलकर जांच करने की मांग की थी। जिसको देखते हुए डीएम ने जांच कमेटी गठित की है। इसके पहले सेंट्रल विजिलेंस कमीशन की जांच में बड़ा खुलासा हुआ था।
भाजपा विधायक अभिजीत सिंह सांगा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मुलाकात
रीजेंसी हॉस्पिटल में व्याप्त अनियमिताओं की जांच के लिए डीएम ने एडीएम सिटी की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित की है। भाजपा विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने मुख्यमंत्री से मिलकर रीजेंसी हॉस्पिटल में व्याप्त अनियमिताओं के विषय में जानकारी देते हुए जांच कमेटी गठित करने की मांग की थी। उन्होंने अपने पत्र बताया था कि अत्याधुनिक अस्पताल होने के कारण प्रदेश के मरीज यहां आते हैं। जिनसे बड़े पैमाने पर धन उगाही होती है। जिसको लेकर डीएम ने जांच कमेटी गठित की है। रीजेंसी हॉस्पिटल कानपुर के सबसे बड़े अस्पताल में गिनती होती है।
उत्तर प्रदेश के कानपुर बिठूर विधानसभा के विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने मुख्यमंत्री से मिलकर सर्वोदय नगर स्थित रीजेंसी हॉस्पिटल की शिकायत की थी। इस संबंध में उन्होंने एक पत्र भी दिया था। अपने पत्र में उन्होंने कहा था कि रीजेंसी अस्पताल में आधुनिक सुविधाओं के कारण पूरे प्रदेश से मरीज उपचार कराने के लिए आते हैं। सरकारी योजनाओं में बड़े पैमाने पर अनियमिताएं बढ़ती जा रही हैं।
सेंट्रल विजिलेंस कमीशन की जांच में खुलासा
अपने पत्र में बिठूर विधायक ने बताया कि इस बात का खुलासा सेंट्रल विजिलेंस कमीशन की जांच में हुआ था। जिसके बाद रीजेंसी हॉस्पिटल को सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम के पैनल से बाहर कर दिया गया। अस्पताल में जांच के नाम पर मरीजों से बड़े पैमाने पर धन उगाही की जाती है। रीजेंसी हॉस्पिटल में किया जा रहे गरीबों के आर्थिक शोषण को रोकने, अस्पताल में व्याप्त अनियमिताओं की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की गई थी।
डीएम ने जांच कमेटी गठित की
इस संबंध में शासन ने जिला प्रशासन से कमेटी गठित कर जांच के निर्देश दिए थे। शासन के निर्देशानुसार जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने एक जांच टीम का गठन किया है। जिसकी अध्यक्षता एडीएम सिटी कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त एससीएम-6 और सीएमओ को भी जांच टीम में शामिल किया गया है। जांच कमेटी ने रीजेंसी अस्पताल को नोटिस जारी किया है और 15 दिन के अंदर जवाब मांगा है।