लखनऊ। केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में मरीजों को वार्ड आवंटित कराने में भी नाकों चने चबाने पड़ रहे हैं शुक्रवार को ऐसे ही एक बुजुर्ग की हालत बीमार बेटे को भर्ती कराने में खराब हो गई। मरीज को ट्रामा सेंटर के अंदर तो ले लिया गया लेकिन इसके बाद भूतल से चौथे , वहां से दूसरे और फिर भूतल भेज दिया।
करीब 5 घंटे तक चक्कर काटने के बाद उसे वार्ड आवंटित हो सका । ठाकुरगंज के यासीन गंज निवासी राहत अली ने बताया कि बेटे जावेद अली को पेट में दर्द होने पर बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया था हालत में सुधार न होने पर ट्रामा सेंटर भेज दिया गया। यहां उसे अंदर लेने के बाद भर्ती की रसीद भी काट दी गई । लेकिन फिर विभाग आवंटन के नाम पर दौड़ाया जाने लगा ।
सुबह 9:00 बजे से इमरजेंसी में आने के बाद मेडिसिन और इमरजेंसी मेडिसिन विभाग के बीच यादव और 5 घंटे तक चली।
उधर केजीएमयू प्रशासन ने मामले की जांच कराने की बात कही है यह भी कहा कि संभव है कि मरीज जानकारी के अभाव में भटक रहा हो।