
उन्नाव।।बांगरमऊ के मोहल्ला न्यू कटरा स्थित एक तीन मंजिला मकान के एक कमरे में एक महिला और उसके दो बच्चों की मौत जैसी दर्दनाक घटना से पूरा नगर और क्षेत्र सहम गया। महिला का पति फौज में है और वह मौजूदा समय में कश्मीर में तैनात है। समझा जाता है कि महिला ने रात के समय अपने दोनों बच्चों को भीषण ठंड से बचाव के लिए कमरे में कोयले की अंगीठी जलाकर रखी थी। कमरा एयर टाइट होने के चलते कोयले के धुंए और गैस से फौजी की पत्नी और दोनों बच्चों की तड़प-तड़पकर मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही सभी परिजन यहां आ पहुंचे और कमरे में पड़े तीनों शव देखते ही दहाड़े मारकर रोने-बिलखने लगे।
फतेहपुर 84 थाना क्षेत्र के ग्राम बरुआ घाट अंतर्गत मजरा मुन्नी खेड़ा निवासी सुंदर सिंह उर्फ नन्हक्के का इकलौता पुत्र आलोक सिंह राजपूत रेजीमेंट में सुबेदार के पद पर तैनात है और वर्तमान समय में उसकी ड्यूटी कश्मीर के राजौरी सेक्टर में लगी है। बीते करीब दो वर्ष से फौजी आलोक सिंह की पत्नी रचना सिंह उर्फ नीशू और उनका बेटा अंश सिंह उर्फ़ वैभव 7 वर्ष तथा अबोध बेटी वैष्णवी 3 वर्ष नगर के में मोहल्ला न्यू कटरा स्थित नवनिर्मित तीन मंजिला मकान में रहते चले आ रहे हैं। बीते रविवार की रात फ़ौजी का पत्नी और दोनों बच्चे मकान की निजली मंजिल के अंदर एक कमरे में सोए हुए थे।
सुबह करीब आठ बजे फौजी आलोक सिंह ने अपनी पत्नी को फोन मिलाया। किंतु उसका फ़ोन नहीं उठा। तब उसने पड़ोसी महिला कल्पना गुप्ता को फोन कर पत्नी से बात कराने को कहा। पड़ोसी महिला ने भी आवाज देकर फौजी की पत्नी को बुलाया। कुछ देर बाद ही फौजी के गांव निवासी मुन्नी लाल दूध लेकर आया और आवाज लगाई। कोई प्रतिक्रिया न मिलते देख मुन्नीलाल ने फोन कर पड़ोस में ही स्थित आरडीएस स्कूल में नौकरी कर रहे फौजी के चचेरे भाई पंकज सिंह को बुलाया। पंकज सिंह ने पड़ोसी मकान की छत के सहारे फौजी के मकान में किसी तरह दाखिल हुआ और कमरे का खोलकर देखा तो उसके होश उड़ गए। फौजी की पत्नी रचना सिंह और उसकी अबोध बच्ची वैष्णवी दोनों मां-बेटी के शव बेड पर पड़े हुए थे और बेटे अंश सिंह का शव बेड के नीचे फर्श पर पड़ा हुआ था।
यह देखकर चचेरे भाई पंकज सिंह ने घटना की सूचना फौजी आलोक सिंह और उनके परिजनों तथा पत्नी रचना सिंह के मायके ग्राम भड़सर नौशहरा निवासी परिजनों को दी। सूचना मिलते ही परिजन यहां आ पहुंचे और तीनों शव देखते ही दहाड़े मारकर रोने-बिलखने लगे। तभी क्षेत्राधिकारी अरविंद कुमार और कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक राजेश पाठक मौके पर जा पहुंचे। परिजनों ने बताया कि फौजी आलोक सिंह राजौरी से वैष्णो देवी मंदिर आए थे और वह हवाई जहाज से यहां के लिए चल चुके हैं। फिलहाल फौजी के परिजन और पत्नी के मायके के परिजन आलोक सिंह के आने तक पोस्टमार्टम के लिए तीनों शव भेजने से इंकार कर रहे हैं।