लखनऊ । दरअसल 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस पर सीएम योगी ने कहा था “ऐसा ना हो कि किसी एक वर्ग की आबादी बढ़ने की स्पीड ज्यादा हो और जो मूल निवासी हो उनकी आबादी को जागरूकता के प्रयासों से नियंत्रित कर दिया जाए।
सीएम योगी ने कहा कि संस्थागत प्रसव की दर जो पहले 67-68% थी। वह आज 84% की ओर जा रहा है। मातृ-शिशु मृत्यु दर को नियन्त्रित करने की कोशिशों के अच्छे परिणाम मिले हैं। अंतर विभागीय समन्वय और जागरूकता की कोशिशों से प्रदेश अपने लक्ष्यों में निश्चित ही सफल होगा।
इसी बयान पर अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए पलटवार किया ।