अमेठी। राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत शासन द्वारा 7 दिसंबर 2024 से 24 मार्च 2025 तक चलाए जा रहे 100 दिवसीय सघन टीबी अभियान को सफल बनाने के लिए जिलाधिकारी निशा अनंत ने आज कलेक्ट्रेट सभागार में माननीय जनप्रतिनिधियों एवं संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में टीबी मरीजों की पहचान, उनके समुचित इलाज तथा जन जागरूकता के लिए कार्ययोजना पर विस्तृत चर्चा की गई।
बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश अग्रहरी, विधायक गौरीगंज राकेश प्रताप सिंह, पुलिस अधीक्षक अपर्णा रजत कौशिक, मुख्य विकास अधिकारी सूरज पटेल, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) अर्पित गुप्ता, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अंशुमान सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जनपद अमेठी में 100 दिवसीय सघन टीबी अभियान के अंतर्गत अब तक 80,000 से अधिक संवेदनशील व्यक्तियों की जांच की गई है। इनमें 1,000 संदिग्ध व्यक्तियों के एक्स-रे किए गए और 300 का नाट परीक्षण हुआ। 185 से अधिक मरीजों का इलाज शुरू किया गया है। निदान किए गए मरीजों को 72 निक्षय पोषण किट वितरित की गई हैं। आशा कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर 70 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को अभियान से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
इसके अतिरिक्त, अभियान के तहत सभी आयुष्मान आरोग्य मंदिरों पर निक्षय शिविरों का आयोजन किया जा रहा है, जहां टीबी रोगियों की पहचान और जांच की जा रही है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य टीबी के लापता रोगियों को खोजना और उन्हें उपचार प्रदान करना है। इसके लिए आशा कार्यकर्ताओं को गांव-गांव में प्रचार-प्रसार करने की जिम्मेदारी दी गई है।
जिलाधिकारी निशा अनंत ने बैठक में माननीय जनप्रतिनिधियों से अपील करते हुए कहा, “आप सभी से इस अभियान में सहयोग की अपेक्षा है। जब आप अपने क्षेत्रों में जाएं, तो इस अभियान का प्रचार-प्रसार करें। टीबी रोगियों को नियमित दवा लेने के लिए प्रेरित करें। हमें इसे एक मुहिम की तरह आगे बढ़ाना है, ताकि हमारा जनपद, प्रदेश और देश टीबी मुक्त बन सके।”
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अभियान की प्रगति की नियमित निगरानी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि जनपद स्तर पर इस अभियान को सफल बनाना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।