नगर संवाददाता सचिन पाण्डेय
उन्नाव।। भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने एक कार्यक्रम के दौरान अपने विवादित बयानों से राजनीतिक और धार्मिक चर्चाओं को नया मोड़ दिया। साक्षी ने कहा- “यह देश मंदिरों का देश है, वेदों का देश है और शास्त्र-पुराणों का देश है।” उन्होंने भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक धारा को लेकर अपनी बात रखी। देश के धार्मिक महत्व को रेखांकित किया। इसके बाद साक्षी महाराज ने विवादास्पद टिप्पणी करते हुए कहा कि “इस देश में कुछ जिहादी टाइप के लोगों ने मंदिरों को तोड़कर मस्जिदों का निर्माण किया है।” साक्षी ने कहा कि समझदार मुसलमान खुद ही देख लें कि कहा-कहा मंदिरों को तोड़कर मस्जिद बनाई गई है।”
उन्होंने ने कहा कि यदि इस मामले पर हम मौन हो जाएंगे, तो भविष्य में किसी को किसी प्रकार की विवेचना और सर्वे की जरूरत नहीं पड़ेगी। उनका इशारा उस राजनीतिक और धार्मिक माहौल की ओर था। जिसमें मंदिरों और मस्जिदों के मुद्दे पर हमेशा विवाद चलता रहता है। साक्षी महाराज ने भारतीय राजनीति के बड़े नेता और भाजपा के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर भी टिप्पणी की। जिसमें अमित शाह ने डॉ. भीमराव अंबेडकर के सम्मान में कुछ बातें कही थीं। साक्षी ने इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “अमित शाह ने अंबेडकर जी के सम्मान में जो बयान दिया है, वह बिल्कुल सही है।” लेकिन इसके साथ ही उन्होंने सवाल उठाया कि जब लोग अंबेडकर जी का नाम लेते हैं, तो यह याद रखना चाहिए कि कुछ समय पहले ही लोकसभा चुनाव में अंबेडकर जी को हराने का काम किया गया था। साक्षी महाराज ने संसद में भाजपा सांसदों के घायल होने के मुद्दे पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “मेरे सामने यह घटना घटी थी। कांग्रेस ने बदतमीजियों की सारी सीमा पार कर दी।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा की गई बदतमीजी ने पूरे संसद की गरिमा को ठेस पहुंचाई।