सचिन पाण्डेय
उन्नाव । योग स्वस्थ जीवन जीने की एक कला और विज्ञान है।योग को रोग की रोकथाम ,स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और कई जीवनशैली से संबंधित विकारों के प्रबंधन के लिए भी जाना जाता है।
योग बच्चों के शारीरिक ,मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए सकारात्मक और स्वस्थ जीवनशैली को प्रोत्साहित करता है।योग शक्ति,सहनशक्ति,लचीलापन और संतुलन बढ़ाता है।यह गतिविधियों को करने की क्षमता को बढ़ाता है,अधिक ऊर्जा प्रदान करता है। प्रतिदिन योग करने से मांसपेशियां मजबूत होती हैं। विभिन्न आसन शरीर को लचीला बनाते हैं और सांस लेने के तरीके को बेहतर बनाता है। योग सकारात्मकता लाता है और मानसिक तनाव से मुक्ति देता है।योग बच्चों और बुजुर्गों सहित सभी उम्र के व्यक्तियों के लिए उपयुक्त अभ्यास है। नियमित रूप से योग करने से न केवल शरीर फिट होता है बल्कि मानसिक संतुलन भी विकसित होता है। योग ,प्राणायाम को हर छात्र तक पहुंचाने का कार्य मिशन शिक्षण संवाद की टीम कर रही है ,ये एक प्रदेश स्तरीय योग समूह है जिसमे प्रदेश भर के सभी जनपदों से एडमिन, को एडमिन को जोड़ा गया है।लगभग 6 वर्षों से लगातार योग की एक पोस्ट प्रतिदिन हर जनपद के समूह में पहुंच रही है।इस पोस्ट में योग करने का तरीका ,उसके लाभ तथा सावधानी के बारे में बताया जाता है। जनपद समूह में जुड़े शिक्षक प्रार्थना सभा के बाद बच्चों को योग करवाते हैं । इस समूह से जुड़कर न केवल जनपद के विभिन्न विद्यालयों के बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं बल्कि शिक्षक स्वयं भी योग में पारंगत होकर विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता बन रहे हैं।
जनपद के मिशन शिक्षण संवाद की एडमिन उच्च प्राथमिक विद्यालय कटरी पीपरखेड़ा,कंपोजिट की शिक्षिका डॉ रचना सिंह ने बताया कि जनपद के समूह से लगभग सभी विकास खण्ड के विद्यालयों के शिक्षकों को जोड़ा गया है ।सभी विद्यालय अपने बच्चों के योग का संकलन कर शाम तक समूह में भेजते हैं और जनपद की एडमिन द्वारा पूरे संकलन को देखकर प्रदेश स्तरीय योग समूह में भेजा जाता है जहां योग के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों की समीक्षा कर पूरे प्रदेश का संकलन किया जाता है।प्राथमिक विद्यालय रूपपुर चंदेला की शिक्षिका अनीता का कहना है कि आज के भाग दौड़ ,तनाव वाले समय में हम सबको योग अपनाना चाहिए।कंपोजिट विद्यालय पन्नालाल पार्क की शिक्षिका स्मिता गुप्ता ने बताया कि नियमित योग से बच्चों में बदला टीवीव दिख रहा है अब बच्चे पहले से ज्यादा सक्रिय, फुर्तीले हुए हैं ।जनपद उन्नाव से कंपोजिट विद्यालय हाकिमटोला की शिक्षिका रंजना कुमारी, प्राथमिक विद्यालय पैसरा की शिक्षिका प्रियंका गुप्ता, प्राथमिक विद्यालय दड़ाब नगर की शिक्षिका शिखा सक्सेना, प्राथमिक विद्यालय डायट कैम्पस की शिक्षिका पूनम मिश्रा, प्राथमिक विद्यालय तोमरनखेड़ा की शिक्षिका हिमांशी यादव, कंपोजिट विद्यालय सुमेरपुर की शिक्षिका वंदना दीक्षित , कंपोजिट विद्यालय कटरी पीपरखेड़ा के द्वारा विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। कंपोजिट विद्यालय कटरी पीपरखेड़ा के दो बच्चे प्रदेश स्तरीय योग चैंपियन भी बन चुके हैं। मिशन शिक्षण संवाद का उद्देश्य हर विद्यालय तक पहुंच बच्चों का बेहतर शारीरिक व मानसिक विकास करना है।