सचिन पाण्डेय
उन्नाव। 150 साल पुराना अंग्रेजो के समय तैयार हुआ शुक्लागंज गंगापुल अब पिकनिक स्पॉट बनकर तैयार होगा।जर्जर होने के कारण बंद पड़े पुराने गंगापुल को नगर निगम कानपुर पिकनिक स्पॉट के रूप में विकसित करेगा। पुराने पुल को नया रूप देने के साथ ही यहां स्टॉल बनाए जाने का प्रस्ताव तैयार हो चुका है। इसी को लेकर नगर आयुक्त ने अन्य अधिकारियों के साथ पुल का निरीक्षण किया। अतिक्रमण हटाकर सफाई के निर्देश दिये । नगर आयुक्त शिवशरणप्पा जीएन, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर अमित सिंह डूडा, के परियोजना अधिकारी तेज कुमार जोनल स्वच्छता अधिकारी मनोज पाल आदि के साथ निरीक्षण करने पहुँचे। पुल पर स्टालों के कॉटन के लिए परियोजना अधिकारी को नियम अनुसार सूची तैयार करने के निर्देश दिए। गंगाघाट रेलवे स्टेशन के पास गंगापुल की बेहद सुंदर होगी तस्वीर प्रधानमंत्री द्वारा 2 दिन पूर्व गंगाघाट स्थित कानपुर पुल बाया किनारा रेलवे स्टेशन का कायाकल्प को लेकर वर्चुअल तरीके से शिलान्यास किया गया था। करीब 30 करोड़ की लागत से स्टेशन के आसपास का कायाकल्प किया जाना है। वहीँ अब पास स्थित बंद पड़े गंगापुल पर पिकनिक स्पॉट बनने से एक सुन्दर और मनमोहक तस्वीर देखने को मिलेगी।ऐसे मे लोग परिवार संग पुल पर पिकनिक स्पॉट का लुत्फ़ उठा सकेंगे।
करीब ढाई साल से बंद पड़ा है गंगापुल
150 साल पुराना शुक्लागंज गंगापुल करीब ढाई साल से बंद पड़ा है। पिलरों मे आयी दरारों के कारण लोगों की सुरक्षा को देखते हुए पुल को खतरा मानते हुए पीडब्लूडी के द्वारा इसे बंद कर दिया गया था। शुक्लागंज और कानपुर दोनो छोर पर दिवार उठा दी गई।
ईस्ट इण्डिया के इंजीनियरों ने किया था तैयार
अंग्रेजो ने कानपुर को उन्नाव -लखनऊ से जोड़ने के लिए 1875 मे पुल का निर्माण कराया था। निर्माण ईस्ट इंडिया के इंजिनियरों ने कराया था। इसे बनाने मे 7 साल 4 महीने लगे थे। मैस्कर घाट पर प्लांट लगाया गया था। अंग्रेजो ने यातायात के लिए पुल का निर्माण कराया था जबकि इसी पुल के करीब ही ट्रेनों के संचालन के लिए 1910 मे रेलवे ब्रिज बनवाया था। – जानकारी अनुसार 22 हजार चौपहिया -दोपहिया समेत 1.25 लाख लोग इस पुल से गुजरते थे। 12 मीटर चौडाई और 1.38 किलोमीटर के पुल पर लोगों का आवागमन होता था।