सचिन पाण्डेय
उन्नाव। विकास भवन सभागार में मुख्य विकास अधिकारी ऋषिराज की अध्यक्षता में विकास कार्यों का मूल्यांकन एवं अनुश्रवण, सीएम डैशबोर्ड एवं शासन के विकास कार्यों की प्राथमिकता के 37 बिन्दुओं की विस्तृत समीक्षा की गयी।
बैठक में सीडीओ द्वारा सीएम डैशबोर्ड एवं शासन के विकास कार्यों की प्राथमिकता कार्यक्रम के अन्तर्गत सोलर लाइट, एमओयू माॅनीटरिंग, खराब ट्रांसफार्मरों का बदला जाना, दैनिक विद्युत आपूर्ति, बीज डीबीटी, 102/108 एम्बुलेंस संचालन, अस्पतालों में दवाओं की उपलब्धता एवं निगरानी, बायोमेडिकल उपकरण रख-रखाव, मोबाईल मेडिकल यूनिट, सीटी स्कैन सेवाएं, दिव्यांग पेंशन, जल जीवन मिशन हर घर जल, पंचायतीराज्य के 15 वें वित्त आयोग व 5 वें राज्य वित्त आयोग, व्यक्तिगत शौचालय निर्माण, स्वच्छ भारत मिशन, सामाजिक वनीकरण, ऑपरेशन कायाकल्प, पीएम पोषण, विद्यालय निरीक्षण, मिड-डे मील, निराश्रित गोवंश संरक्षण, पशु टीकाकरण, पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान, पीएम/सीएम मत्स्य संपदा योजना, निराश्रित महिला पेंशन, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, नई सड़कों का निर्माण व पुरानी सड़कों का अनुरक्षण, ओडीओपी टूलकिट योजना, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना आदि की प्रगति के संबंध में जानकारी ली गयी।
समीक्षा के दौरान विकास कार्यक्रमों में खराब रैंकिंग वाले विभागों को कड़े निर्देश देते हुए सीडीओ ने कहा कि शासन की प्राथमिकता के कार्यक्रमों की मुख्यमंत्री जी के स्तर पर नियमित रूप से निगरानी की जाती है। इसलिए सभी विभाग अपनी-अपनी योजनाओं व विभागीय कार्यक्रमों की प्रगति में सुधार लाएं, अन्यथा संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी तय करते हुए उसके विरूद्ध आवश्यक कार्यवाही कर दी जाएगी। उन्होंने दिव्यांग पेंशन, पीएम/सीएम मत्स्य सम्पदा योजना, निराश्रित महिला पेंशन, राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन आदि के क्रियान्वयन में प्रथम रैंक प्राप्त करने वाले अधिकारियों की सराहना करते हुए कहा कि जिनकी रैंकिंग अच्छी है, उन्हें प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा।
बैठक में एडीएम न्यायिक विकास कुमार सिंह, सीएमओ डा0 सत्यप्रकाश, जिला विकास अधिकारी संजय पाण्डेय, परियोजना निदेशक कमलेश कुमार, बेसिक शिक्षा अधिकारी संगीता सिंह, उप निदेशक कृषि मुकुल तिवारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी डाॅ0 नीलम सिंह, एक्सईन पीडब्ल्यूडी, विद्युत, जलनिगम सहित अन्य योजनाओ से सम्बन्धित अधिकारी व कर्मचारी गण उपस्थित रहे।