उन्नाव। जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे द्वारा तहसील सदर, उन्नाव का निरीक्षण किया गया।निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा रजिस्ट्रार कक्ष, भूलेख, अभिलेखागार, सग्रह कार्यालय, राजस्व निरीक्षक कक्ष, न्यायालय तहसीलदार, न्यायालय उप जिलाधिकारी, तहसील परिसर आदि का जायजा लिया गया। इस मौके पर डीएम द्वारा कार्मिक उपस्थिति, परवाना, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, वरासत, पट्टा आवंटन, विद्युत देयक, खतौनी अंकन, संग्रह/बसूली आदि रजिस्टर देखे गए तथा संबंधित पटल कार्मिकों को निर्देश दिए गए कि वे अपने-अपने दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि भू अभिलेखों से संबंधित कार्य को पूरी सजगता के साथ किया जाए ताकि छोटी-मोटी त्रुटियों की वजह से लोगों को बिला वजह परेशान न होना पडे़। कर्मचारी गण अपने-अपने दस्तावेजों का रख-रखाव बेहतर ढंग से करें ताकि जरूरत के समय संबंधित दस्तावेज तुरन्त उपलब्ध हो सकें। उन्होंने उप जिलाधिकारी सदर अंकित शुक्ला को निर्देश दिए कि जन सामान्य एवं आगन्तुकों की सुविधा हेतु कक्ष एवं तहसील में किए जाने वाले कार्यों की सूची का अंकन/वाल पेटिंग करायी जाए ताकि जन सामान्य को अपने कार्य के लिए इधर-उधर भटकना न पड़े। उन्होंने कहा कि तहसील न्यायालय में प्रचलित वादों का निस्तराण समयबद्ध तरीके से कराया जाए ताकि लोगों को बार-बार तहसील के चक्कर न लगाना पड़े। दूर-दराज ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले लोगों की समस्याओं को गम्भीरता पूर्वक सुना जाए तथा यथासंभव जल्द से जल्द उनका निराकरण भी कराया जाए। अधिकारी/कर्मचारी गण जन सामान्य के साथ शालीनता से पेश आएं और सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं से पात्र व्यक्तियों को लाभान्वित करें। उन्होंने यह भी कहा कि निर्विवाद वरासत के प्रकरण बिना किसी विलम्ब के निस्तारित किए जाएं, इससे संबंधित किसी भी प्रकार की शिकायत पाए जाने पर संबंधित कार्मिक के विरूद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी।