सचिन पाण्डेय
उन्नाव।मियागंज ब्लॉक स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आय दिन कर्मचारी रहते हैं नदारत मरीजों का उपचार प्राइवेट लड़कों द्वारा किया जाता है। ड्रिप लगाना पट्टी बांधना टांके लगाने तक काम किया जा रहा है चिकित्सक की उपस्थिति ना होने पर मरीजों को दवा देना व लिखना समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में धड़ल्ले से चल रहा है। कुछ ऐसे चिकित्सक तैनात हैं जो कि डायग्नोसिस सेंटर चलाने वाले लड़के ईलाज मरीजों का करते है चिकित्सक जांच बाहर से लिखते व कमीशन वाली मेडिसिन लिखकर देते हैं। गरीबों की जेब पर खुलेआम डाका डाला जा रहा है लेकिन आलाधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं।जो एक जांच के साथ चिन्ता का विषय बना हुआ है।
बड़ी शर्म की बात तो यह है समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चार बजते ही शराब पीने का सिलसिला जारी हो जाता है। अस्पताल परिसर में शराब की खाली बोतलें व बियर के खाली केन कहां से आए या तो मरीजों के साथ आने वाले तीमारदार पीते हैं या फिर अस्पताल में तैनात कर्मचारियों द्वारा शराब पीने का सिलसिला आए दिन जारी रहता है जबकि अस्पताल परिसर में शराब पीना पूर्णरूप से प्रतिबंधित होता है। अगर समय से पहले संज्ञान नहीं लिया गया तो अस्पताल परिसर में किसी के साथ भी अप्रिय घटना घटित हो सकती है। सरकार के ही कर्मचारी सरकार की छबि धूमिल करने पर पूरी तरह से अमादा है।