
प्रयागराज।।तीर्थराज प्रयागराज की धरती न केवल भव्य महाकुंभ-2025 के रूप में मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर का साक्षात्कार कर रही है, बल्कि संगमनगरी ऐतिहासिक वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की भी साक्षी बन रही है। 50 करोड़ श्रद्धालुओं के संगम स्नान के वर्ल्ड रिकॉर्ड के साथ ही तीर्थराज ने शुक्रवार को स्वच्छता की दिशा में भी एक अनूठा वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित किया। 300 से अधिक स्वच्छताकर्मियों ने एक साथ तीन अलग-अलग घाटों—सेक्टर-4 में राम घाट, सेक्टर-7 में भरद्वाज घाट और सेक्टर-9 में गंगेश्वर घाट—पर गंगा की सफाई कर इस रिकॉर्ड की ओर कदम बढ़ाया।

महाकुंभ मेला प्राधिकरण की ओर से इस अभियान को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज कराने की प्रक्रिया पूरी की गई। आई विटनेसेज के रूप में एमएनआईटी के प्रोफेसर्स और पर्यावरणविद मौजूद रहे, वहीं पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई गई, जिसे गिनीज बुक के प्रतिनिधियों द्वारा सत्यापित किया जाएगा।

सीएम योगी आदित्यनाथ के विजन के तहत महाकुंभ-2025 में नदियों की स्वच्छता और संरक्षण पर विशेष जोर दिया गया है। इस अभियान के तहत गंगा नदी के घाटों को स्वच्छ बनाए रखने के लिए व्यापक जनजागरूकता फैलाई गई। महाकुंभ मेला प्राधिकरण की विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) आकांक्षा राना ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार यह सबसे बड़े नदी सफाई अभियान के रूप में दर्ज किया गया प्रयास है। अभियान के दौरान घाटों की सफाई के साथ-साथ श्रद्धालुओं को भी स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रेरित किया गया।
शनिवार को मेला प्राधिकरण एक और वर्ल्ड रिकॉर्ड की ओर बढ़ेगा, जब 15 हजार स्वच्छताकर्मी पूरे मेला क्षेत्र में एक साथ सफाई अभियान चलाएंगे। यह अब तक की सबसे बड़ी समन्वित सफाई गतिविधि होगी, जो स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति महाकुंभ के संकल्प को दर्शाएगी। इससे पहले 2019 में 10 हजार प्रतिभागियों के साथ यह रिकॉर्ड बनाया गया था, जिसे इस बार और अधिक भव्य रूप में दोहराया जाएगा।