तीन सदस्यीयकमेटी करेगी जांच
राकेश कुमार श्रीवास्तव: प्रमुख संवाददाता
लखनऊ। 30 सितंबर
मैनपुरी स्थित करहल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में संविदा पर तैनात नर्स द्वारा नेग मांगे जाने के प्रकरण का डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने संज्ञान लिया है। डिप्टी सीएम ने नर्स को तत्काल वहां से हटाने एवं जांच के निर्देश दिए हैं।
घटना 19 सितंबर की है। गांव ओन्हा पतारा निवासी संजली को प्रसव पीड़ा हुई थी। परिजन उन्हें लेकर करहल सीएचसी पहुंचे। यहां गर्भवती संजली को भर्ती कर लिया गया। पति सुजीत ने आरोप लगाया कि नेग न देने पर प्रसव के बाद संविदा नर्स ने शिशु को 40 मिनट तक नहीं दिया। हालत बिगड़ने पर शिशु को अन्य अस्पताल के लिए रेफर किया। बाद में शिशु की मृत्यु हो गई। समाचार पत्रों में खबरें प्रकाशित हुईं। खबरों का डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने संज्ञान लिया है।
तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई है।
डिप्टी सीएम ने सीएमओ को जांच के आदेश दिये हैं। जांच टीम में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. विजेंद्र सिंह, डॉ. संजीव राव बहादुर और जिला कार्यक्रम प्रबंधक संजीव कुमार वर्मा हैं। डिप्टी सीएम ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के मंडलीय अपर निदेशक, कानपुर को मौके पर जाकर जांच करने के निर्देश दिए हैं। एक सप्ताह में पूरे प्रकरण की रिपोर्ट तलब की है।
आरोपी संविदा स्टाफ नर्स ज्योति भदौरिया को सुल्तानगंज के विछवां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्थानान्तरित करने के आदेश दिए हैं। डिप्टी सीएम ने कहा कि जांच में किसी भी दशा में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जायेगी।