गुजरात : केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज गुजरात के साणंद में शेला तालाब के पुनर्रूद्धार कार्य का शिलान्यास किया
शाह ने कहा कि आज शेला गांव में लगभग साढ़े पांच हैक्टेयर के तालाब को पुनर्जीवित करके उसे लोगों के लिए उपयोगी बनाने के काम का भूमि पूजन हुआ है और इस तालाब को अगर संभालकर रखेंगे तो दशकों तक इस क्षेत्र को इससे लाभ होगा। नरेन्द्र मोदी जी ने दस-बारह सालों में दूरदर्शिता दिखाते हुए पानी के संकट को दूर करने का काम किया है।
चाहे नर्मदा का पानी लाना हो, लाखों की संख्या में चेक डेम बनाने हों, नर्मदा के पानी से दस हजार नदी या तालाब भरने हों, सौनी योजना के माध्यम से तरस रहे सौराष्ट्र को पानी पहुंचाना हो या फिर भूगर्भ जल के संरक्षण के लिए सरकारी बजट देना हो, मोदी जी ने सभी के लिए कई प्रयास किए हैं और साथ ही समाज को जोड़ने का कार्य भी किया है।
सभी सरकारी, धार्मिक संस्थाओं, उद्योगों, एनजीओ आदि को जोड़कर गुजरात को हरित प्रदेश बनाने का कार्य नरेंद्र मोदी जी ने किया है। आज गुजरात के विकास के लिए यदि कोई बड़ी संभावना है तो वह पानी है और इतना बड़ा परिवर्तन नरेंद्र मोदी जी ने दस-बारह साल में किया है।
आजादी के अमृत महोत्सव में आज जिस तालाब का पुनर्निमाण होने वाला है, उस तालाब को किसी ने तो बनाया ही होगा। लेकिन उसकी देखरेख नहीं की गई।
गुजरात के गांव-गांव में तालाब बनवाए गए लेकिन हमने ध्यान नहीं दिया और उसके कारण वह तालाब मिट्टी और कचरे से भर गए। लेकिन चाहे कितना भी पानी आ जाए, उससे समस्या का अंत नहीं होगा क्योंकि जनसंख्या बढ़ती ही रहेगी। अब यह सारी जनसंख्या को कहां से पानी मिलेगा और इसीलिए नरेंद्र मोदी जी ने आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान देश के हर जिले में 75 अमृत तालाब बनाने की शुरुआत की है।